iPhone 12 के टॉप वेरिएंट की कीमत भारत में 1 लाख 59 हजार रुपये है. सोचिए, अगर आपने 1 लाख 59 हजार रुपये दे कर iPhone खरीदा और उसका रंग उड़ जाए? कैसा लगेगा? ये तो उदाहरण के लिए हमने टॉप वेरिएंट की बात की है. अब आपको बताते हैं दरअसल रिपोर्ट क्या है.
रिपोर्ट्स के अनुसार iPhone 12 का रेड वेरिएंट मोबाइल की बॉडी से कलर छोड़ रहा है. रेड वेरिएंट को (PRODUCT)RED™ कहा जाता है, क्योंकि इस वेरिएंट को कंपनी कौज के लिए बनाती है. बहरहाल ये सिर्फ समस्या सिर्फ iPhone 12 ही नहीं, बल्कि iPhone 11 के साथ भी आ रही है.
iPhone 12 का रेड वेरिएंट अल्युमिनियम चेस्सी से कलर छोड़ रहा है. इस वजह से इसका कलर रेड से ऑरेंज हो रहा है. SvetApple.sk की एक रिपोर्ट में दिखाया गया है कि iPhone 12 का साइड रेड कलर से ऑरेंज हो रहा है. इसको दिखाने के लिए इमेज भी शेयर की गई है. ये दिक्कत iPhone 11 और iPhone SE (2020) में भी आ रही है. इसको लेकर कई यूजर्स ने शिकायत की है.
ये दिक्कत ज्यादातर iPhone के रेड वेरिएंट में ही आ रही है. दूसरे कलर वेरिएंट को लेकर काफी कम यूजर्स ने शिकायतें की हैं. इस की वजह का अभी तक पता नहीं लगाया जा सका है. कहा जा रहा है कि क्लियर कवर की वजह से ये धूप में एक्सपोज हुआ होगा. इस वजह से फोन का कलर चेंज हो गया. इस पर दूसरे यूज सवाल कर रहे है अगर ऐसा है तो सिर्फ साइड की बजाय बाकी एरिया में भी ये होना चाहिए लेकिन ऐसा नहीं हुआ है.
कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक iPhone XR भी कलर छोड़ रहा है. कुछ लोग कलर छोड़ने की वजह कवर लगाने को भी बता रहे है. लेकिन कई लोगों ने कहा है कि कई यूजर्स आईफोन को कवर के साथ यूज करते है. इससे सबका कलर उड़ जाना चाहिए. ऐसा नहीं हो रहा है मतलब इसके मैन्युफैक्चरिंग में खराबी हो सकती है.
कंपनी ने इसे कॉस्मेटिक डिफेक्ट मानते हुए प्रोडक्ट का रिप्लेसमेंट देने से मना कर दिया है. अब देखने वाली बात होगी कि यूजर्स कंपनी की शिकायत लेकर कोर्ट जाते है या नहीं. भले ही ये दिक्कत चंद स्मार्टफोन्स में ही आ रही है, लेकिन अगर कंपनी की तरफ से डिफेक्ट है तो इसे रिप्लेस करना चाहिए. क्योंकि ऐपल को बेहतर क्वॉलिटी प्रोडक्ट के लिए भी जाना जाता है.