साइबर ठगी का नया केस
साइबर ठगी का एक नया केस महाराष्ट्र के पुणे शहर से सामने आया है, जहां आईटी कंपनी में काम करने वाले शख्स के साथ 3.66 करोड़ रुपये की ठगी हुई है. साइबर ठगी का ये केस 15 जुलाई से 1 अक्तूबर तक चला है. आइए इसके बारे में डिटेल्स में जानते हैं. (Photo: Unsplash.com)
सोशल मीडिया चलाना पड़ा भारी
पुलिस ने कंप्लेंट को वेरिफाई करने के बाद रविवार केस दर्ज कर लिया है. पुलिस के मुताबिक, विक्टिम एक दिन मोबाइल पर सोशल मीडिया ऐप चला रहे थे तभी उन्हें विज्ञापन नजर आया, जिस पर उन्होंने क्लिक कर दिया. (Photo: Unsplash.com)
मैसेजिंग ग्रुप में शामिल
इनवेस्टमेंट के उस लिंक पर क्लिक करने के बाद उनको एक मैसेजिंग ग्रुप में शामिल कर लिया गया है, जहां पहले से कई लोग मौजूद थे. वहां बहुत से लोग मैसेज कर रहे थे, जिसमें वे शेयर मार्केट से बड़े प्रोफिट का दावा कर रहे थे. (Photo: AI Generated)
इनवेस्टमेंट के लिए हुए तैयार
विक्टिम भी मोटी कमाई के लालच में आ गए और उसके बाद उनका कॉन्टैक्ट ग्रुप एडमिनिस्ट्रेशन के साथ हुआ. कुछ देर की बातचीत के बाद विक्टिम इनवेस्टमेंट करने के लिए तैयार हो गए. (Photo: AI Generated)
विक्टिम को भेजा एक लिंक
इसके बाद ग्रुप एडमिन ने विक्टिम को एक लिंक सेंड किया. इसकी मदद से ट्रेडिंग ऐप्लिकेशन डाउनलोड करने को कहा है. इससे ही इनवेस्टमेंट करने को कहा. हालांकि साइबर पुलिस की सीनियर इंस्पेक्टर स्वपनाली शिंदे ने बताया कि वह फेक ऐप था. ऐप की मदद से मोबाइल का रिमोट एक्सेस हासिल किया. (Photo: AI Generated)
मोटी कमाई के लिए लगाई बड़ी रकम
विक्टिम ने शुरुआत में छोटी-मोटी इनवेस्टमेंट की लेकिन बाद में उन्होंने बड़ी रकम लगानी शुरू कर दी. इस दौरान विक्टिम ने फेक प्रीमियम शेयर और IPO के लिए बड़ी रकम लगा दी. साइबर ठग ने उनको कई बैंक अकाउंट प्रोवाइड कराए.(Photo: AI Generated)
ऑनलाइन ट्रेडिंग ऐप में फेक प्रोफिट
फेक ऑनलाइन ट्रेडिंग ऐप का यूज करके साइबर ठग विक्टिम की आंखों में धूल झोंक रहे थे. फेक ऐप के अंदर फेक प्रोफिट नजर आता. फेक प्रोफिट के चक्कर में विक्टिम को लगता रहा कि उनको कई गुना काफी प्रोफिट हो रहा है. ऐसे में उसने टोटल 3.66 करोड़ रुपये की इनवेस्टमेंट कर दी. (Photo: AI Generated)
साइबर ठगी का कब हुआ भंडाफोड़
विक्टिम को इस साइबर ठगी का तब अहसास हुआ, जब उसने प्रोफिट निकालने की कोशिश की. साइबर ठगों ने विक्टिम का अकाउंट ब्लॉक कर दिया. इसके बाद साइबर ठगों ने विक्टिम से और रुपये मांगे. फिर विक्टिम को समझ आया कि वह साइबर ठगी का शिकार हो चुका है. विक्टिम ने साइबर सेल से संपर्क किया और कंप्लेंट दर्ज कराई.(Photo: AI Generated)