अगर आपका मोबाइल सिर्फ 10 सेकेंड में चार्ज हो जाए तो सुनकर कैसा लगेगा? जी हां, पुणे के सीएसआईआर की नेशनल केमिकल लैबोरेटरी इसे संभव करने में जुट गई है.
10 सेकेंड में मोबाइल चार्ज करने के लिए सीएसआईआर सुपर कपैसिटर विकसित कर रही है. यही नहीं, यह पूरी तरह ऑर्गेनिक होगा. यह आम बैटरी की तरह ही दिखेगा, लेकिन काम थोड़ा अलग करेगा. बैटरी जैसे धीरे चार्ज और धीरे- डिस्चार्ज होती है, लेकिन सुपर कपैसिटर चार्ज होने में वक्त नहीं लगाता पर डिस्चार्ज भी तेजी से होता है.
फिलहाल इस प्रयोग में वैज्ञानिकों को 10 सेकंड में 50 फीसदी से ज्यादा बैटरी चार्ज करने में सफलता मिल चुकी है. चंडीगढ़ में नैनो साइंस और टेक्नोलॉजी पर चल रही अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेने आए वैज्ञानिक डॉ. सतीशचंद्र बी. ओगले ने बताया कि सुपर कपैसिटर इंस्टेंट इलेक्ट्रिसिटी दे सकता है. इसे चार्ज करने का जरिया सोलर एनर्जी या इलेक्ट्रिसिटी कुछ भी हो सकता है.
डॉ. ओगले ने बताया कि अमेरिका में सुपर कपैसिटर बनाए गए हैं, लेकिन उनमें काफी महंगे कार्बन का उपयोग हो रहा है. जबकि पुणे की लैब में बने कार्बन नीम के पत्तों और गन्ने के फाइबर से बनाए गए हैं. इनकी कार्यक्षमता केमिकल से बने कार्बन से बेहतर है. ऑर्गनिक होने के कारण इनसे पर्यावरण को नुकसान भी नहीं है.