निर्भया गैंगरेप का सबसे क्रूर अपराधी अब जेल की सलाखों के बाहर है. वारदात के वक्त नाबालिग रहा अपराधी ठोस कानून के अभाव में बच निकला और जुवेनाइल जस्टिस एक्ट अभी भी धूल फांक रहा है. भारत के एक हैकर ग्रुप ने जुवेनाइल कानून में बदलाव करने के लिए वेबसाइट हैक करके अपना विरोध जता रहे हैं.
हैकर्स के मुताबिक उन्होंने हैक की गई वेबसाइट को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है ना ही कोई डेटा चुराया है. इस ग्रुप ने भारत सरकार की भी कुछ वेबसाइट हैक की है जिसमें नेशनल इंस्टिट्यूट फॉर विजुअली हैंडिकैप्ड (https://nivh.gov.in/) की वेबसाइट शामिल है. उन्होंने वेबसाइट हैक करके उसके होम पेज पर 'जस्टिस फॉर निर्भया' लिखा है और इसके नीचे उन्होंने रेपिस्ट को फांसी दिए जाने के लिए किए जा रहे प्रोटेस्ट की फोटो लगाई है.
25 वेबसाइट हैक
इस ग्रुप ने खुद को 'ब्लैक हैट हेल शिल्ड हैकर्स' बताया है. वेबसाइट के सबसे नीचे उन्होंने 'इंकलाब जिंदाबाद' और 'हिंदुस्तान जिंदाबाद' लिखा है. इसके अलावा उनका कहना है कि अभी ये शुरुआत है और न्याय ना मिलने तक वो अपनी लड़ाई जारी रखेंगे.
इस हैकर ग्रुप ने वेबसाइट्स की लिस्ट जारी की है जिसमें 25 हैक की हुई वेबसाइट्स हैं. उन्होंने ने लिखा है 'किसी भी वेबसाइट को नुकसान नहीं पहुंचाया जा रहा है, हम अपनी बात लोगों तक पहुंचाने के लिए ऐसा कर रहे हैं'.
इंसाफ नहीं मिला तो जारी रहेगी हैकिंग
उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा है ' जो शख्स रेप कर सकता है उसे नाबालिग नहीं माना जा सकता. सरकार को क्या हो गया है और वो क्यों उस अपराधी को 10,000 रुपये और सिलाइ मशीन दे रही है. हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे. सोई हुई सरकार को जागना होगा और कुछ समय के लिए राजनीति को एक तरफ रखकर निर्भया की मां के बारे में सोंचना होगा कि उनपर क्या बीत रही होगी. हमें भारत के सभी हैकर्स का सपोर्ट है और न्याय ना मिलने तक हम नहीं रूकेंगे. 16 दिसंबर का जख्म अभी भी ताजा है. हमें इंसाफ चाहिए.