गूगल के नए एंड्रॉयड मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम में एक ऐसा फीचर है जो नेटवर्क को स्कैन कर यूजर की लोकेशन पता कर लेता है, भले ही वाई-फाई बंद ही क्यों ना हो. इस फीचर का नाम है- 'स्कैनिंग ऑलवेज अवेलबल'.
डेली मेल के मुताबिक एंड्रॉयड 4.3 को बनाने वाले कोड का दावा है कि लोकेशन की एक्यूरेसी और दूसरे कामों के लिए गूगल और अन्य एप्स वाई-फाई बंद होने के बावजूद नजदीकी नेटवर्क को स्कैन कर सकते हैं. हालांकि गूगल ने यह नहीं बताया है कि ये दूसरे कामों से उसका क्या मतलब है.
एंड्रॉयड 4.3 के नए फीचर से नजदीकी वाई-फाई नेटवर्क की पहचान कर यूजर की लोकेशन पता की जा सकती है और जीपीएस के विकल्प के तौर पर इसका इस्तेमाल किया जा सकता है.

अगर यूजर बैटरी बचाने या अपनी लोकेशन गुप्त रखने के लिए वाई-फाई बंद भी कर देता है तब भी एंड्रॉयड 4.3 के इस नए फीचर की वजह से यह बैकग्राउंड में ऑन ही रहता है. यही नहीं इस दौरान गूगल और दूसरी एप्स यूजर की लोकेशन या फोन में मौजूद अन्य जानकारियां भी एक्सेस कर सकती हैं.
इस कोड का पता लगाने वाले फैन वेबसाइट एंड्रॉयड पुलिस के रॉन अमेडो कहते हैं, 'गूगल चाहता है कि आप हमेशा या फिर आंशिक तौर पर वाई-फाई ऑन रखें. अब आप कहेंगे कि 'मेरी बैटरी' लाइफ का क्या होगा तो शायद इससे आपकी बैटरी खर्च नहीं होगी.
हालांकि जिन यूजर्स ने नया ऑपरेटिंग सिस्टम डाउनलोड कर लिया है, उनका कहना है कि स्कैनिंग 'ऑलवेज अवेलबल फीचर' पहले से ही ऑफ रखा गया है. साथ ही यूजर सेटिंग्स में जाकर अपनी इच्छा के मुताबिक इसे इनेबल और डिसेबल कर सकते हैं. इसके लिए यूजर्स सेटिंग्स के अंदर वाई-फाई और फिर एडवांस्ड वाई-फाई में जाकर 'स्कैनिंग ऑलवेज अवेलबल' को चेक या अनचेक कर सकते हैं.
गूगल ने इसी हफ्ते सैमसंग गलेक्सी S4 और एचटीसी वन हैंडसेट के अपने एंड्रॉयड 4.3 जेली बीन को ओवर-दा-एयर (OTA) ऑपरेटिंग सिस्टम से अपडेट किया था.