scorecardresearch
 

Samsung टॉप पर, भारतीय स्मार्टफोन बाजार पर चीन का कब्जा, देशी कंपनियां फेल!

Vivo, Oppo और OnePlus तीनों स्मार्टफोन कंपनियां एक ही पेरेंट कंपनी के अंदर आती हैं. चीनी कंपनी बीबीके इलेक्ट्रॉनिक्स इन तीनों की मार्केटिंग करता है.

Advertisement
X
Representational Image (Reuters)
Representational Image (Reuters)

स्मार्टफोन कंपनियों के मार्केट शेयर के आंकड़े आ गए हैं . इनके मुताबिक भारतीय बाजार में टॉप स्मार्टफोन ब्रांड में सैमसंग नंबर-1 है. जबकि दूसरे नंबर पर चीनी कंपनी Vivo है. तीसरे नंबर पर भी चीनी कंपनी Xiaomi है. इतना ही नहीं चौथे और पांचवे नंबर पर भी चीनी कंपनियां Oppo और Lenovo हैं. इन आंकड़ों से साफ है कि इन चीनी स्मार्टफोन कंपनियों को मिला दें तो मार्केट शेयर के मामले में ये सैमसंग से बड़ी हैं.

काउंटर प्वॉइंट रिसर्च फर्म के मुताबिक इन टॉप-5 कंपनियों का कुल मिलाकर भारत में हैंडसेट मार्केट शेयर 70 फीसदी है. टॉप-5 में चार कंपनियां चीन की हैं.

हैरान करने वाला तथ्य यह है कि भारतीय स्मार्टफोन बाजार में नंबर-1 और नंबर-2 की रेस में चीनी और कोरियन कंपनी की टक्कर हैं. एक तरफ साउथ कोरियन कंपनी सैमसंग है जो लगातार नंबर-1 है दूसरी तरफ चीनी कंपनियां ओप्पो, वीवो और वन प्लस हैं जो कमोबेश एक ही पेरेंट कंपनी के अंदर आती हैं.

Advertisement

GSK की रिपोर्ट के मुताबिक चीनी कंपनी Vivo सिर्फ दो सालों में बिक्री और ब्रांड अवेयरनेस के मामले में 2 फीसदी से 15.49 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. 2014 में कंपनी ने भारत में कदम रखा था और अब यह देश की दूसरी सबसे बड़ी स्मार्टफोन कंपनी बन गई है.

BBK Electronics की सहायक कंपनियां हैं Oppo, Vivo और OnePlus!
शायद आपको यह पता न हो कि Vivo, Oppo और OnePlus तीनों स्मार्टफोन कंपनियां एक ही पेरेंट कंपनी के अंदर आती हैं. चीनी कंपनी बीबीके इलेक्ट्रॉनिक्स इन तीनों की मार्केटिंग करता है. इतना ही नहीं Vivo और Oppo पूरी तरह से बीबीके इलेक्ट्रॉनिक्स की सबसिड्री कंपनियां हैं. जबकि OnePlus भी कुछ हद दक बीबीके इलेक्ट्रॉनिक्स का हिस्सा है.

भारतीय बाजार में चीनी और कोरियन कंपनी की टक्कर हो रही है, लेकिन इनमें भारतीय स्मार्टफोन कंपनियां कही रेस में ही नहीं हैं.

सिर्फ 2 साल में Vivo, Oppo और Xiaomi भारतीय बाजार में छा गई हैं
Vivo मोबाइल इंडिया के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर विवेक झांग ने कहा है, 'हमारी कंपनी पहली चीनी स्मार्टफोन कंपनी है जिसमें भारत में अपना प्लानंट लगाया है'. इस कंपनी का मार्केट शेयर 15.2 फीसदी है जबकि 2016 के आखिरी क्वार्टर में 10.6 फीसदी ही था.

Oppo ने भी भारतीय बाजार में 2014 में कदम रखा और अब कंपनी के लिए भारतीय बाजार सबसे महत्वपूर्ण बाजार बन गया है. फिलहाल कंपनी का मार्केट शेयर 9.1 फीसदी है जबकि 2016 के आखिरी क्वार्टर में 7.56 फीसदी ही था.

Advertisement

Xiaomi की बात करें तो इसने में 2014 में भारतीय बाजार में दस्तक दी है. लेकिन हालात यह है कि अब Xiaomi देश की सबसे पॉपुलर स्मार्टफोन कंपनी है. पिछले साल इसका मार्केट शेयर 10 फीसदी रहा है.

चीनी और साउथ कोरियन कंपनियों की रेस में माइक्रोमैक्स जैसी बड़ी भारतीय स्मार्टफोन कंपनियां धीरे धीरे चार्ट से खिसक रही हैं. पिछले साल ही माइक्रोमैक्स भारत में टॉप-5 रैंक से नीचे चली गई है.

सिर्फ चार चीनी स्मार्टफोन कंपनियों – Xiaomi, Vivo, Oppo और Lenovo के आंकड़े को देखें तो भारती स्मार्टफोन मार्केट में इन कंपनियों कब्जा 40.3 फीसदी है.

चीनी कपनी Itel कुल हैंडसेट शेयर के मामले में नंबर-2
इन सब के अलावा दूसरी चीनी कंपनी जैसे –Itel भारत के फीचर फोन बाजार में तेजी से पांव पसार रही है. आपको यह जानकर हैरानी होगी कि चीनी कंपनी iTel जिसका नाम शायद आपने सुना भी न हो वो भारत के कुल हैंडसेट मार्केट शेयर में दूसरे नंबर की कंपनी बन गई है. काउंटर प्वॉइंट रिसर्च के मुताबिक इसका मार्केट शेयर 9 फीसदी है जबकि माइक्रोमैक्स की शेयर 8 फीसदी ही है.

इन टॉप प्लेयर्स के अलावा Gionee, Coolpad, LeEco और OnePlus जैसी कंपनियां तेजी से पॉपुलर हो रही हैं और मार्केट में कब्जा जमा रही हैं. ऐसे में भारतीय कंपनियां जैसे- लावा, माइक्रोमैक्स और इंटेक्स जैसी कंपनियां लगातार नीचे खिसक रही हैं. और आने वाले समय में भी इनके ऊपर उठने की संभावना नहीं ही दिख रही है.

Advertisement
Advertisement