Tokyo Olympics 2020 Live Updates टोक्यो ओलंपिक के 14वें दिन भारत को हॉकी और कुश्ती में सफलता मिली है. रेसलर रवि दहिया ने भारत के खाते में एक और मेडल ला दिया है. उन्होंने सिल्वर मेडल जीता है. भारत के एक और रेसलर दीपक पुनिया के पास कांस्य पदक जीतने का मौका था, लेकिन वह आखिरी 10 सेकंड में की गई गलतियों के कारण उससे चूक गए. वहीं, पुरुष हॉकी टीम ने इतिहास रचा है. उसने कांस्य पदक के मैच में जर्मनी को 5-4 से हरा दिया. भारत को 41 साल बाद हॉकी में पदक मिला है. भारत के खाते में अब तक 5 मेडल हैं.
आखिरी के कुछ सेकंड में सैम मारियो के Nazem Myles ने अंक बटोरकर बढ़त हासिल की थी. भारतीय कोच ने रैफरी को चुनौती दी लेकिन वह हार गए. दीपक पुनिया की आखिरी मिनटों में की गई गलतियां उन्हें भारी पड़ीं. दीपक इसके साथ ही मेडल से चूक गए.
दीपक पुनिया कांस्य पदक का मुकाबला हार गए हैं. दीपक को Nazem Myles के हाथों 2-4 से शिकस्त मिली है.
दीपक पुनिया ने अच्छी शुरुआत की थी. उन्होंने 2-0 की बढ़त बना ली थी लेकिन वह इसे ज्यादा देर तक कायम नहीं रख पाए. Nazem Myles ने भी बाद में एक अंक हासिल किया. पहले राउंड के बाद स्कोर पुनिया के पक्ष में. दीपक 2-1 से आगे.
दीपक पूनिया का मुकाबला शुरू हो गया है. वह कांस्य पदक के लिए भिड़ रहे हैं. उनका मुकाबला Nazem Myles से है. दीपक फिलहाल आगे चल रहे हैं. उन्होंने 2-0 की बढ़त बना ली है.
भारत के एक और रेसलर अब से कुछ देर में रिंग में होंगे. दीपक पुनिया 86 किग्रा भार वर्ग में कांस्य पदक के लिए खेलेंगे.
भारत के रेसलर रवि फाइनल मुकाबला हार गए हैं .रूस के पहलवान जावुर युगुऐव ने उन्हें 7-4 से हराया है. रवि दहिया को सिल्वर मेडल से ही संतोष करना होगा. रवि ओलंपिक में सिल्वर जीतने वाले भारत के दूसरे पहलवान हैं. इससे पहले सुशील कुमार 2012 ओलंपिक में फाइनल में पहुंच कर सिल्वर मेडल जीत चुके हैं.
रवि दहिया इस वक्त 4-7 से पीछे चल रहे हैं. वक्त निकल रहा है और रवि की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. रवि को वापसी करनी होगी.
रवि पहले राउंड में पीछे हैं. रूस के पहलवान जावुर युगुऐव ने 4-2 की बढ़त बना ली है. हालांकि यहां पर रवि की तारीफ करनी होगी. वह कड़ी टक्कर दे रहे हैं. रवि को तोड़ा और आक्रामक होना पड़ेगा.
रेसलर रवि दहिया का फाइनल मुकाबला शुरू हो गया है. 57 किलोग्राम वेट कैटेगरी में उनका सामना रूस के पहलवान जावुर युगुऐव से है. जावुर युगुऐव दो बार के वर्ल्ड चैम्पियन हैं.
रवि दहिया का जन्म हरियाणा के सोनीपत जिले के नाहरी गांव में हुआ था. वो कड़ी मेहतन के बल पर आज जिस मुकाम पर पहुंचे हैं, उसके पीछे उनकी 13 सालों की कठोर तपस्या है. यहां तक पहुंचने के लिए रवि और उनके परिवार ने कई कुर्बानियां दी हैं.
रवि ने छोटी उम्र में ही पहलवानी में अपना लोहा मनवा लिया था. उन्होंने 2015 में जूनियर वर्ल्ड चैम्पियनशिप में सिल्वर मेडल जीता. इसके बाद 2018 में अंडर 23 वर्ल्ड चैम्पियनशिप में सिल्वर मेडल पर कब्जा जमाया. 2020 में एशियाई कुश्ती में चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने में कामयाब रहे. इसके अलाव 2019 में नूर सुल्तान, कजाखस्तान में वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता था और ओलंपिक का कोटा हासिल किया. लेकिन उस समय उनकी पहचान ऐसी नहीं थी जैसी आज है.
रवि दहिया कुश्ती के ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाले भारत के दूसरे पहलवान हैं. इससे पहले सुशील कुमार 2012 ओलंपिक में फाइनल में पहुंच कर सिल्वर मेडल जीत चुके हैं. अब रवि से देश को गोल्ड मेडल की दरकार है.
भारत की स्टार रेसलर विनेश फोगाट का टोक्यो ओलंपिक का सफर खत्म हो गया है. दरअसल, बेलारूस की Vanesa kaladzinskyaya अपना सेमीफाइनल मैच हार गई हैं. उन्हें चीन की Qianyu Pang ने शिकस्त दे दी है. Vanesa अगर ये मैच जीत जातीं तो फाइनल में पहुंचतीं और विनेश रेपचेज राउंड के तहत कांस्य पदक की रेस में बनी रहतीं. बता दें कि विनेश को क्वार्टर फाइनल मुकाबले में Vanesa kaladzinskyaya ने ही मात दी थी.
सेमीफाइनल मुकाबले में रवि ने गजब का प्रदर्शन किया था. उन्होंने कजाकिस्तान के नूरीस्लाम सनायेव को एक रोमांचक मुकाबले में शिकस्त दी. एक समय पर रवि 2-9 से पीछे चल रहे थे, लेकिन उन्होंने कुछ शानदार दांव लगाए और हारी हुई बाजी को पलट कर रख दिया और सिल्वर मेडल पक्का कर लिया.
20 किमी पैदल चाल खत्म हो गई है. इटली के मासिमो स्टेनो ने इसमें गोल्ड मेडल हासिल किया है. भारत के संदीप कुमार 23वें, राहुल 47वें और केटी इरफान 51वें स्थान पर रहे.
भारत के पहलवान रवि दहिया (57 किलोग्राम वेट कैटेगरी) अब से कुछ देर बाद फाइनल मुकाबला खेलेंगे. उनका मुकाबला दो बार के वर्ल्ड चैंपियन रूस के पहलवान जावुर युगुऐव से होगा. रवि ने सेमीफाइनल में कजाकिस्तान के नूरीस्लाम सनायेव को पटखनी देकर सिल्वर मेडल पक्का कर लिया था.
20 किमी पैदल चाल में अब तक 8 किमी की दूरी पूरी चुकी है. भारत के संदीप कुमार दूसरे स्थान पर हैं.
एथलेटिक्स में पुरुषों की 20 किमी रेस वॉक जारी है. भारत की ओर से तीन खिलाड़ी इस रेस में हिस्सा ले रहे हैं. केटी इरफान, संदीप कुमार और राहुल इसमें शिरकत कर रहे हैं.
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रेपचेज शब्द दरअसल फ्रांसीसी शब्द रेपेचर आया है इसका मतलब बचाव करना होता है. इंटरनेशनल रेसलिंग यानि कुश्ती में रेपचेज राउंड किसी भी खिलाड़ी के लिए हार को भुलाकर वापसी करने का मौका होता है. जो भी पहलवान अपने शुरुआती मुकाबले में हारकर बाहर हो जाते हैं उनके पास मेडल जीतने का मौका होता है. अगर उनको हराने वाला पहलवान फाइनल में पहुंच जाए तो फिर कांस्य पदक जीतने के लिए शुरुआती राउंड में हारे खिलाड़ियों को मौका मिलता है.
Historic! A day that will be etched in the memory of every Indian.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 5, 2021
Congratulations to our Men’s Hockey Team for bringing home the Bronze. With this feat, they have captured the imagination of the entire nation, especially our youth. India is proud of our Hockey team. 🏑
कुश्ती में बड़ा उलटफेर हुआ है. वर्ल्ड नंबर 1 विनेश फोगाट क्वार्टर फाइनल मुकाबला हार गई हैं. उन्हें बेलारुस की Vanes kaladzinskyaya के हाथों 3-9 से शिकस्त मिली है. विनेश के पास मेडल जीतने का मौका है, लेकिन उसके लिए Vanes kaladzinskyaya को फाइनल में पहुंचने होगा. विनेश रेपचेज राउंड के तहत कांस्य पदक जीत सकती हैं.

विनेश फोगाट शुरुआती मुकाबले में पिछड़ रही हैं. वह 2-5 से पीछे चल रही हैं.
रेसलर विनेश फोगाट का मुकाबला शुरू हो गया है. वह क्वार्टर फाइनल मैच खेल रही हैं. विनेश 53 किलो भारवर्ग में भारतीय चुनौती पेश कर रही हैं. उनका सामना बेलारुस की Vanes kaladzinskyaya से है.
भारत की पुरुष हॉकी टीम ने इतिहास रच दिया है. उसने कांस्य पदक के मैच में जर्मनी को 5-4 से हरा दिया है. भारत ने 41 साल बाद हॉकी में मेडल जीता है.
जर्मनी टीम ने चौथे क्वार्टर में शानदार शुरुआत की है. 48वें मिनट में उसकी ओर से चौथा गोल दागा गया है. इस गोल के साथ भारत की बढ़त को कम कर दिया है. जर्मनी ने ये गोल पेनल्टी कॉर्नर के जरिए किया. चौथे क्वार्टर के इस खेल में जर्मनी हावी रहा है. टीम इंडिया फिलहाल आगे चल रही है. वह 5-4 की बढ़त बनाई हुई है.
हॉकी में चौथे क्वार्टर का खेल शुरू हो गया है. भारतीय टीम जर्मनी पर 5-3 की बढ़त बनाई हुई है. टीम इंडिया को अब यहां से सिर्फ समय पास करना होगा. वहीं जर्मनी टीम की नजर गोल करने पर होगी. वह अटैकिंग हॉकी खेलकर भारत पर दबाव बनाना चाहेगी.
भारत की पुरुष हॉकी टीम इतिहास रचने की ओर है. वह 41 साल बाद ओलंपिक में मेडल जीतने की ओर है. तीसरे क्वार्टर के बाद उसने जर्मनी पर 5-3 की बढ़त बनाई हुई है. टीम एक समय इस मुकाबले में पिछड़ रही थी लेकिन उसने शानदार वापसी की और जर्मनी पर 2 गोल की बढ़त बनाई. टीम इंडिया अगर ये मुकाबला जीत जाती है तो वह 41 साल बाद मेडल जीतेगी. भारत को हॉकी में आखिरी बार 1980 के ओलंपिक में मेडल मिला था.

भारतीय रेसलर पिछले तीन ओलंपिक खेलों से पदक जीतते आ रहे हैं. इस बार टोक्यो में वर्ल्ड नंबर-1 विनेश फोगाट पदक जीतने की सबसे प्रबल दावेदार हैं. विनेश 53 किलो भारवर्ग में भारतीय चुनौती पेश कर रही हैं. वह 2016 के रियो ओलंपिक में भी भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं. जहां क्वार्टर फाइनल मुकाबले के दौरान उनका घुटना फ्रैक्चर हो गया था और वह कराहते हुए मैट से लौटी थीं.
हॉकी में टीम इंडिया ने जर्मनी पर बढ़त बना ली है. वह जर्मनी से 5-3 से आगे हो गई है. भारत ने तीसरे क्वार्टर में दो गोल दागे हैं. भारत ने चौथा गोल 31वें मिनट में किया. रुपिंदर पाल सिंह ने पेनल्टी स्ट्रोक को गोल में बदला. इसके बाद 34वें मिनट में सिमरनजीत सिंह ने मैदानी गोल किया. इस गोल के साथ भारत ने जर्मनी पर 2 गोल की बढ़त बना ली है.
विनेश फोगाट(53 किलो भार वर्ग) ने टोक्यो ओलंपिक में अपने अभियान की शुरुआत जीत से की है. उन्होंने स्वीडन की Sofia Magdalen को 7-1 से हरा दिया है. विनेश ने डबल लेग लॉक के साथ दो और अंक हासिल किए. इस जीत के साथ विनेश क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई हैं.
हॉकी में टीम इंडिया ने शानदार वापसी की. 26वें मिनट में भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला, हरमनप्रीत सिंह की ड्रैग फ्लिक को जर्मनी के गोलकीपर ने रोका लेकिन हार्दिक सिंह ने फिर रिबाउंड पर गोल दागा. इसके बाद टीम को 28वें मिनट पर फिर से पेनल्टी कॉर्नर मिला और इस बार हरमनप्रीत सिंह की ड्रैग फ्लिक ने भारत को 3-3 से बराबरी पर खड़ा कर दिया.
कु्श्ती में भारत के लिए अच्छी खबर आ रही है. स्टार रेसलर विनेश फोगाट अपना पहला मुकाबला जीतने की ओर हैं. उनका मैच स्वीडन की Sofia Magdalen से है. विनेश फिलहाल 7-0 से आगे चल रही हैं.
रेपचेज के मुकाबले में भारत की अंशु मलिक को हार का सामना करना पड़ा है. रूस ओलंपिक समिति की Valeria Koblova ने उन्हें 1-5 से हरा दिया है. इस हार के साथ टोक्यो ओलंपिक में अंशु मलिक का सफर खत्म हो गया है.
कुश्ती में भारत के लिए आज बड़ा दिन है. बर्थडे गर्ल अंशु मलिक के पास आज इतिहास रचने का मौका है. अंशु रेपचेज राउंड का मुकाबला खेल रही हैं. उनका सामना रूस ओलंपिक समिति की Valeria Koblova से है. फिलहाल अंशु 0-1 से पीछे हैं.
टीम इंडिया ने इस मैच में वापसी की है. उसने मैच में पहला गोल दागा है. सिमरनजीत ने 17वें मिनट में ये गोल किया. टोक्यो ओलंपिक में उनका ये दूसरा गोल है. भारत का ये गोल दूसरे क्वार्टर में आया है. इस गोल के साथ इंडिया ने जर्मनी की बराबरी कर ली है. स्कोर 1-1 हो गया है.
पहला क्वार्टर समाप्त हो गया है. जर्मनी इस क्वार्टर में हावी रहा है. उसने अटैकिंग हॉकी खेली है. जर्मन टीम ने मैच के पहले ही मिनट में गोलकर बढ़त बना ली थी. पहले क्वार्टर के खत्म होने के ठीक पहले उसे पेनल्टी कॉर्नर मिले. भारत ने इसपर शानदार बचाव किया और जर्मनी की बढ़त को 1-0 तक ही रखा. श्रीजेश की यहां पर खासतौर से तारीफ करनी होगी. उन्होंने लगातार दो अच्छे सेव किए.
टीम इंडिया के पास जवाबी हमला करने का मौका था, लेकिन वो चूक गई. भारत को 5वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला. लेकिन रुपिंदर पाल सिंह गोल करने में नाकाम रहे. रुपिंदर निराश नजर आए. वह इंजेक्शन से खुश नहीं दिखे. जर्मनी 1-0 की बढ़त बनाई हुई है.
टीम इंडिया ने इस मुकाबले में खराब शुरुआत की है. जर्मनी ने मैच के पहले मिनट में ही गोल किया है. जर्मनी की ओर से Timur Oruz ने ये फील्ड गोल किया. जर्मनी 1-0 से आगे हो गई है.
भारत और जर्मनी की पुरुष हॉकी टीम के बीच मैच शुरू हो गया है. दोनों ही टीमें कांस्य पदक के लिए भिड़ रही हैं.
ग्रुप-ए में भारत को गत चैम्पियन अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, जापान, न्यूजीलैंड और स्पेन के साथ रखा गया था. वहीं ग्रुप-बी में बेल्जियम, कनाडा, जर्मनी, ब्रिटेन, नीदरलैंड और दक्षिण अफ्रीका की टीमें थीं. सभी टीमें एक-दूसरे से खेलीं और दोनों ग्रुप से शीर्ष चार टीमें सेमीफाइनल में पहुंचीं. भारत चार जीत और एक हार के साथ अपने ग्रुप में दूसरे नंबर पर रहकर क्वार्टर फाइनल में पहुंचा था. फिर क्वार्टर फाइनल में भारत ने ग्रेट ब्रिटेन को 3-1 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी.
ओलंपिक में भारत की हॉकी टीम को आखिरी पदक 1980 में मॉस्को में मिला था, जब वासुदेवन भास्करन की कप्तानी में टीम ने पीला तमगा जीता था. उसके बाद से भारतीय हॉकी टीम के प्रदर्शन में लगातार गिरावट आई और 1984 लॉस एंजेलिस ओलंपिक में पांचवें स्थान पर रहने के बाद वह इससे बेहतर नहीं कर सकी. लेकिन अब 41 साल बाद भारतीय टीम के पास कांस्य पदक जीतने का बेहतरीन मौका है.
भारतीय पुरुष हॉकी टीम को टोक्यो ओलंपिक खेलों के सेमीफाइनल में विश्व चैम्पियन बेल्जियम के हाथों 2-5 से हार मिली थी. भारतीय टीम 49 साल बाद ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंची थी और अब वह जर्मनी से कांस्य पदक के लिए भिड़ेगी.
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— #Tokyo2020 (@Tokyo2020) August 4, 2021
सुबह 7:30 बजे के बाद- अंशु मलिक बनाम वालेरिया कोबलोवा (रूस ओलंपिक समिति)- महिला फ्रीस्टाइल 57 किग्रा का रेपचेज राउंड
सुबह 8.00 बजे: विनेश फोगाट बनाम सोफिया मैगडेलेना मैटसन (स्वीडन)- महिला फ्रीस्टाइल (53 किग्रा में)
दोपहर 2:45 बजे के बाद- रवि दहिया और जावुर युगुऐव (रूस ओलंपिक समिति)- पुरुष फ्रीस्टाइल 57 किग्रा फाइनल
दीपक पूनिया- पुरुष फ्रीस्टाइल 86 किग्रा कांस्य पदक मैच
भारतीय पुरुष हॉकी टीम 41 साल बाद पदक जीतने के इरादे से आज गुरुवार को ब्रॉन्ज मेडल मैच में उतरेगी. ब्रॉन्ज मेडल के लिए पुरुष टीम का मुकाबला जर्मनी से है.
महिला कुश्ती में विनेश फोगाट से भी बड़ी उम्मीदें हैं. वह भी आज अपनी चुनौती पेश करेंगी.
टोक्यो ओलंपिक के 14वें दिन भारत के लिए ऐतिहासिक साबित हो सकता है. पहलवान रवि दहिया का दांव चला तो ओलंपिक की कुश्ती में भारत पहला स्वर्ण पदक अपने नाम कर लेगा. तो वहीं पहलवान दीपक पूनिया कांस्य पदक के लिए जोर लगाएंगे.