Olympics 2020 India Women Hockey Forward player Vandana Katariya Olympics 2020, India vs Argentina Women Hockey Semifinals: भारतीय महिला हॉकी टीम आज कांस्य पदक के लिए ब्रिटेन से भिड़ रही है. शुरुआत में टीम इंडिया कुछ दबाव में नजर आई लेकिन फिर गुरजीत सिंह ने शानदार दो गोल कर भारत की मैच में वापसी करा दी. इसके बाद हरिद्वार के रोशनाबाद की रहने वाली वंदना कटारिया भी पीछे नहीं रहीं. उन्होंने भी एक गोल दागकर भारत को ब्रिटेन पर बढ़त दिला दी. वंदना कटारिया को खो-खो खेलना पसंद था लेकिन उनके कोच कृष्ण कुमार ने उन्हें 11 वर्ष की उम्र में हॉकी स्टिक थमाई और उसके बाद से वंदना ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. साल 2007 में उन्हें भारतीय जूनियर टीम में जगह मिली, जिसके बाद अपने दमदार प्रदर्शन से साल 2010 में उन्होंने भारतीय सीनियर टीम में जगह पक्की की. तब से अब तक वो कई मेडल जीत चुकी हैं. वे पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं जिनके नाम हैट्रिक है.
वंदना कटारिया की मां सौरण देवी ने कहा, 'मैं यह चाहती हूं कि मेरी बेटी जीत कर आए और मेरे देश को जिता कर आए. वंदना के पापा ने कहा था कि बेटी मेरा एक सपना है कि तू जीत कर आए. बेटी ने कहा था कि कि पापा का सपना था और मैं जीत कर आऊंगी. अब लग रहा है कि वह सपना पूरा होने जा रहा है. उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है की गोल्ड मेडल जीत कर आएगी.'
वंदना ने जूनियर वर्ल्ड कप 2013 में 5 गोल दागकर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था. वो टॉप स्कोरर रही थीं. साल 2014 में कोरिया में हुए 17वें एशियन गेम्स में वंदना ने कांस्य पदक अपने नाम किया और फिर साल 2016 में चौथे एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता. दो साल बाद यानी 2018 में एशियाई खेलों में रजत पदक उनके नाम रहा.
वंदना के परिवार में खुशी का माहौल है. वो अपने परफॉर्मेंस से पूरे देश के लिए इतिहास रचने में लगी हुई हैं. उनके परिवार के लोगों को उम्मीद है कि भारतीय टीम के साथ वंदना गोल्ड मेडल जीतकर लाएंगी. परिवार के मुताबिक वंदना और भारतीय टीम का परफॉर्मेंस जैसा चल रहा है उससे निश्चित रूप से भारतीय टीम गोल्ड मेडल जीतेगी.
वंदना कटारिया भारतीय हॉकी टीम की कैप्टन भी रह चुकी हैं. वंदना कटारिया के पिता नाहर सिंह का सपना था कि उनकी बेटी देश के लिए खेलते हुए ओलंपिका गोल्ड मेडल जीते. हालांकि, दो महीने पहले ही उनका निधन हो गया और अब वो इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनका सपना पूरा होता दिख रहा है. भारतीय महिला हॉकी टीम गोल्ड मेडल से मात्र दो कदम दूर है. भारत की हॉकी टीम ओलंपिक में सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है.