चीन की राजधानी बीजिंग को 2022 शीतकालीन ओलंपिक खेलों की मेजबानी मिली है. बीजिंग ने इस मेजबानी की दौड़ में अल्माटी को हराया है.
यहां आयोजित अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (आईओसी) की 28वीं बैठक में बीजिंग को मेजबानी सौंपने का फैसला किया गया. आईओसी ने 2008 में ओलंपिक की मेजबानी कर चुके बीजिंग को बेहतर आयोजन की उम्मीद से मेजबानी सौंपी.
बीजिंग ने 40 के बदले 44 मतों से अल्माटी को हराया. बीजिंग अब पहला ऐसा शहर बन गया है, जिसने शीतकालीन और ग्रीष्मकालीन ओलंपिक दोनों की मेजबानी की है. 2008 में बीजिंग ओलंपिक का मेजबान रह चुका है.
वर्ष 2022 में बीजिंग के अलावा झांगजियाकू को भी मेजबान के तौर पर चुना गया है. दोनों शहरों के बीच 118 मील की दूरी है और झांगजियाकू में मुख्य तौर पर बर्फ वाली स्पर्धाएं होंगी.
बीजिंग के लिए वायु प्रदूषण और बर्फ की कमी एक समस्या बनते दिख रहे थे लेकिन उसके लिए आईओसी के सामने दोनों समस्याओं का समाधान रखा. बीजिंग के अधिकारियों ने कहा कि वायु प्रदूषण का रास्ता निकाल लिया जाएगा और झांगजियाकू का मौसम बर्फ की कमी को पूरा कर देगा.
झांगजियाकू के मेयर होउ लियांग ने कहा कि चोंगी इलाके में 70 सेंटीमीटर के करीब बर्फबारी होती है, जो बर्फ से जुड़ी स्पर्धाओं के लिए माकूल माहौल बनाती है.
मेजबानी मिलते ही बीजिंग और उसके सहमेजबान झांगजियाकू में खुशी की लहर दौड़ गई. आईओसी प्रमुख थॉमस बाक ने बीजिंग और झांगजियाकू को मेजबानी दिए जाने की घोषणा की.
चीनी राष्ट्रपति जी जिनपिंग ने आईओसी प्रमुख थॉमस बाक को एक पत्र लिखकर बीजिंग पर मेजबान के तौर पर भरोसा करने के लिए धन्यवाद किया है.
- इनपुट IANS