भारतीय महिला रिकर्व टीम ने मंगलवार को तीरंदाजी विश्व चैम्पियनशिप के फाइनल में पहुंचकर रियो ओलंपिक 2016 के लिए कोटा हासिल किया लेकिन पुरुष टीम अच्छी बढ़त हासिल करने के बावजूद हार गई.
सातवीं वरीयता प्राप्त जर्मनी के खिलाफ भारत की दीपिका कुमारी, लक्ष्मी रानी मांझी और रिमिल बुरुली ने 1-3 से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए 5-3 से जीत दर्ज की. महिला टीम ने इससे अंतिम आठ में प्रवेश किया जो ओलंपिक कोटा हासिल करने की पात्रता भी है. वहीं राहुल बनर्जी, मंगल सिंह चाम्पिया और जयंत तालुकदार जैसे अनुभवी तीरंदाजों की मौजूदगी के बावजूद पुरुष टीम इटली के खिलाफ 4-2 से बढ़त बनाने के बावजूद रोमांचक टाईब्रेकर में 26-29 से हार गई.
बनर्जी, तालुकदार और चाम्पिया अंतिम 32 में रहने के कारण अभी भी व्यक्तिगत वर्ग में कोटा हासिल कर सकते हैं. पूर्णिमा महतो के मार्गदर्शन में खेल रही महिला टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन किया.
जर्मनी की करीना विंटर, एलेना रिचटर और लीसा उनरू ने पहला सेट 59-46 से जीता. इसके बाद भारतीय तिकड़ी ने दूसरा सेट जीतकर बराबरी की. जर्मन टीम ने तीसरा सेट 51-50 से जीता. भारतीय टीम ने निर्णायक सेट 53-52 से जीतकर ओलंपिक कोटा स्थान हासिल किया.
क्वार्टर फाइनल में भारतीय महिला टीम ने कोलंबिया को हराया और फिर सेमीफाइनल में जापान को टाईब्रेक में पराजित किया. भारतीय टीम अब रविवार को फाइनल में रूस से भिड़ेगी.
भारतीय तीरंदाजी संघ के कोषाध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कोपेनहेगेन से कहा, ‘लड़कियों की यह उपलब्धि शानदार है. उन्होंने अच्छा प्रदर्शन करके न सिर्फ ओलंपिक कोटा हासिल किया बल्कि फाइनल में भी जगह बनाई.’
सचदेवा ने कहा, ‘उन्होंने मुश्किल परिस्थितियों में बेहतरीन प्रदर्शन किया. यहां रूक रूक कर बारिश हो रही थी और काफी हवा भी चल रही थी.’
इनपुटः भाषा