टीम इंडिया के गेंदबाजों लगातार खराब प्रदर्शन को लेकर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) परेशान है, और इसका खामियाजा बॉलिंग कोच जो डेविस को भुगतना पड़ सकता है. बीसीसीआई सूत्रों के हवाले से खबर है कि कोचिंग स्टाफ की टीम से जो डेविस की छुट्टी तय है. हालांकि मुख्य कोच डंकन फ्लेचर के 2015 वनडे वर्ल्ड कप तक अपने पद पर बने रहने की संभावना है.
डंकन फ्लेचर के कोच बनने के बाद से भारत विदेशी धरती पर सिर्फ एक टेस्ट मैच जीतने में कामयाब हुआ है. वहीं कई वनडे सीरीज में उसे मुंह की खानी पड़ी है.
दरअसल, भारतीय क्रिकेट टीम के कोचिंग स्टाफ के तौर पर जो डेविस, डंकन फ्लेचर और ट्रेवर पेनी का अनुबंध इस साल के अप्रैल महीने के अंत में खत्म हो रहा है. जिसके रिन्युवल पर बीसीसीआई को फैसला लेना है. सूत्रों के बताया कि बोर्ड के सदस्य बॉलिंग कोच जो डेविस का करार बढ़ाने के पक्ष में नहीं हैं.
गौरतलब है कि टीम इंडिया के लिए साउथ अफ्रीका और न्यूजीलैंड का दौरा बेहद ही खराब रहा. टीम दोनों ही दौरों पर एक भी मुकाबला जीतने में कामयाब नहीं हो सकी. चाहे वह वनडे हो या फिर टेस्ट मैच. खेल के दोनों डिपार्टमेंट में टीम का लचर प्रदर्शन देखने को मिला. हालांकि, मददगार पिचों पर भी अपनी गेंदबाजी की कलई खुल गई. साउथ अफ्रीका और न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट मैच जीतने से हम इसलिए चूक गए क्योंकि गेंदबाज 20 विकेट झटकने में नाकाम रहे. क्रिकेट जानकारों ने भी इसके लिए बॉलिंग कोच को जिम्मेदार माना.
गौरतलब है कि बीसीसीआई कार्य समिति की बैठक इस शुक्रवार को भुवनेश्वर में होने वाली है. इस बैठक में टीम के असिस्टेंट कोच की नियुक्ति पर भी चर्चा हो सकती है. टीम इंडिया के व्यस्त अंतरराष्ट्रीय कलेंडर को लेकर इस पद के अलावा कोचिंग स्टाफ की भी संख्या बढ़ाने पर भी विचार संभव है. सूत्रों के मुताबिक, अगर असिस्टेंट कोच की नियुक्ति होती है तो वो इंग्लैंड दौरे से जुड़ेगा ना कि टी 20 वर्ल्ड कप.