इंडोनेशिया के जकार्ता में आयोजित एशियन गेम्स में भारत ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके दिखाया लेकिन खेल प्रशासकों की वजह से एक बार फिर नया विवाद पैदा हो गया है. एशियन गेम्स में भारत के उप मिशन प्रमुख आर के सचेती खेलों के समापन के बाद विमान की बिजनेस क्लास में यात्रा कर स्वदेश लौटे जबकि खिलाड़ियों को यहां से इकोनॉमी क्लास में स्वेदश भेजा गया.
जकार्ता से सिंगापुर जाने वाली विमान संख्या एसक्यू 967 से यात्रा कर रहे भारतीय वॉलीबाल दल के एक सदस्य ने बताया कि ज्यादातर भारतीय खिलाड़ी इकोनॉमी क्लास में यात्रा करते हैं और उन्हें तब तक इससे कोई परेशानी नहीं है जब तक अधिकारी भी ऐसा करे. दल के सदस्य ने कहा, ‘हम उनके कारण यहां नहीं है, वे यहां हमारे कारण यहां हैं. मुझे इकोनॉमी क्लास में यात्रा करने में कोई परेशानी नहीं है लेकिन इन अधिकारियों को भी हमारी जैसी सीटें मिलनी चाहिए ना कि हमसे बेहतर.’
सचेती ने अपने बचाव में कहा कि उन्होंने अपने एयर माइल्स का इस्तेमाल कर बिजनेस क्लास में यात्रा की. भारतीय मुक्केबाजी संघ के इस शीर्ष अधिकारी सचेती ने कहा, ‘हमें भी इकोनॉमी क्लास में ही यात्रा करनी थी लेकिन मैंने अपने एयर माइल्स का इस्तेमाल कर उसे अपग्रेड किया.’ खेल मंत्रालय ने भी इस विवादित अधिकारी के उप मिशन प्रमुख के तौर पर मौजूदगी पर सवाल उठाया था लेकिन भारतीय ओलंपिक संघ ने उन्हें अपने खर्चे पर जकार्ता भेजा था.
यादगार रहा भारत का सफर
रविवार को यहां भावुक विदाई समारोह के साथ 18वें एशियन गेम्स का समापन हो गया. 15 दिवसीय इस प्रतियोगिता का आयोजन सफल रहा और समापन समारोह के दौरान भारी बारिश के बावजूद हजारों दर्शक स्टेडियम में कार्यक्रम का लुत्फ उठाया. भारत दल की अगुवाई महिला हॉकी टीम की कप्तान और ध्वजवाहक रानी रामपाल ने की. भारत के लिए भी यह यादगार खेल रहे जिसने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 15 स्वर्ण, 24 रजत और 30 कांस्य पदक सहित कुल 69 पदक जीते.