सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, मार्क वॉ और ग्लेन मैकग्रा जैसे क्रिकेटरों के खेलने के स्टाइल को हर युवा क्रिकेटर कॉपी करना चाहता है. पर कुछ क्रिकेटर ऐसे भी हैं जिनके बॉलिंग और बैटिंग का अंदाज बिल्कुल अनूठा है. कुछ तो बेहद ही अटपटे अंदाज में खेलते हैं. आइए एक नजर डालें इन खिलाड़ियों पर.
शिवनारायण चंद्रपॉल
वेस्टइंडीज के क्रिकेटर शिवनारायण चंद्रपॉल की बैटिंग स्टाइल दुनिया में सबसे अजीबो गरीब है. वह क्रीज में ऐसे खड़े होते हैं जैसे बॉलर स्कवायर लेग की तरफ से गेंदबाजी करने वाला हो. हालांकि, उन्होंने इसी तकनीक के जरिए टेस्ट मैच में 10 हजार से ज्यादा रन बनाए हैं.
पॉल एडम्स
साउथ अफ्रीका के पॉल एडम्स की गेंदबाजी का स्टाइल सबसे अनूठा था. क्रीज पर आते ही पॉल एडम्स हाथ-पैरों को पूरा फैलाकर उछल जाते थे. गेंदबाजी के वक्त उनके सिर और बॉडी की पोजिशन बेहद ही अटपटी दिखती थी.
सोहेल तनवीर
पाकिस्तानी बॉलर सोहेल तनवीर का गेदबाजी एक्शन बेहद अजीब है. तनवीर क्रीज के कोने से बॉल फेंकते हैं. उनकी बॉल बल्लेबाज की उम्मीद से पहले ही मूव कर जाती है. गेंदबाजी के वक्त ऐसा भी प्रतीत होता है कि वह रॉन्ग फुट हैं.
माइक प्रॉक्टर
साउथ अफ्रीकी क्रिकेटर माइक प्रॉक्टर का बॉलिंग एक्शन बहुत अजीब था. वह चेस्ट ऑन एक्शन में गेंदबाजी करते थे जिसे देखकर ऐसा लगता कि वह रन अप के अंत में रॉन्ग फुट हो रहे हैं. पर ऐसा होता नहीं था. मददगार परिस्थितियों में वह इस एक्शन से लेट इनस्विंग कराने में सफल रहते थे.
लसिथ मलिंगा
जब लसिथ मलिंगा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आए तो उनके बॉलिंग एक्शन की जमकर चर्चा हुई. क्रिकेट का बाइबल माने जाने वाली 'विजडन' ने उनके बॉलिंग एक्शन को स्लिंगिंग के समान करार दिया.
जेफ थॉमसन
जब आपने पहली बार लसिथ मलिंगा को स्लिंग-शॉट अंदाज में गेंदबाजी करते देखा होगा तो थोड़ी देर के लिए चौंक गए होंगे. पर उनके जन्म से पहले ही ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज जेफ थॉमसन कुछ इसी अंदाज में बॉलिंग किया करते थे. थॉमसन चहलकदमी करते हुए अपने बॉलिंग क्रीज की ओर बढ़ते, धीरे-धीरे गति को तेज कर देते और क्रीज के पास पहुंचते गेंद को इतनी जोर से फेंकते, मानो बल्लेबाज पर हमला कर रहे हों. दरअसल, थॉमसन का जब गेंद डालते थे तो उनका दायां हाथ सिर के ऊपर से आने के बजाय कंधों की तरफ से आता था.
अब्दुल कादिर
70 और 80 दशक में पाकिस्तानी गेंदबाज अब्दुल कादिर ने अकेले दम पर रिस्ट स्पिन की कला को जिंदा रखा. रिस्ट स्पिनर होने के बावजूद वह सीधे हाथों से गेंदबाजी करते. एक जैसे ही एक्शन से कई किस्म के गेंद डाल लेते थे. रोचक बात यह है कि वह जानबूझकर कर इस एक्शन में गेंदबाजी करते थे और इसके लिए नेट्स में जमकर अभ्यास करते. दरअसल, वह अपने एक्शन से बल्लेबाजों को चकमा देना चाहते था.
ग्राहम गूच
इंग्लिंश बल्लेबाज ग्राहम गूच जब भी बैटिंग करते तो बल्ले को क्रीज पर पटकने के बजाय उसे हवा में ही रखते. ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर मार्क वॉ ने उनकी बल्लेबाजी स्टाइल पर कहा था कि जब मैंने इस अंदाज में बैटिंग करते खुद को आइने में देखा तो बेहद ही अटपटा लग रहा था.
केपलर वेसेल्स
बल्लेबाजी करते वक्त साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज केपलर वेसेल्स की पीठ गेंदबाज की तरफ होती थी. उनका स्टांस एक्सट्रा कवर की ओर होता था.
मुथैया मुरलीधरन
इस स्पिनर में अपनी गेंदबाजी एक्शन से ही कई बल्लेबाजों को मात दे दिया. गेंदबाजी के वक्त उनके चेहरे का हावभाव भी बल्लेबाजों को परेशान करने लिए काफी था.
टोनी ग्रेग
लोग कहते हैं कि इंग्लिश बल्लेबाज ग्राहम गूच टोनी ग्रेग की ही कॉपी करते थे. टोनी ग्रेग भी बैटिंग करते वक्त बल्ले को क्रीज को छूने के बजाय हवा में रखते थे.