Neeraj chopra vs Arshad nadeem Javelin Throw in Paris olympics 2024: पेरिस ओलंपिक 2024 के सबसे बहुप्रतीक्षित इवेंट 'जैवलिन थ्रो' में पाकिस्तान के अरशद नदीम भारत के नीरज चोपड़ा पर भारी पड़ गए. अरशद ने 92.97 मीटर दूर भाला फेंका और गोल्ड झटक लिया. वहीं नीरज ने 89.45 मीटर दूर भाला फेंककर भारत को सिल्वर मेडल दिलाया. वहीं इस इवेंट का ब्रॉन्ज मेडल ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स ने 88.54 मीटर जैवलिन फेंककर अपने नाम किया. लेकिन इन सबके बीच एक बात यह हुई कि भारत के अब तक पेरिस ओलंपिक में मिले 5 मेडल पर पाकिस्तान का एक गोल्ड मेडल भारी पड़ गया है.
नीरज चोपड़ा जब 8 अगस्त को रात 11:45 पर पेरिस में जैवलिन फेंकने उतरे तो उनसे उम्मीद थी कि वह भारत को इस ओलंपिक का पहला गोल्ड दिलाएंगे, पर पाकिस्तानी एथलीट अरशद नदीम ने 92.97 मीटर मीटर दूर मेडल फेंककर पाकिस्तान को पहला व्यक्तिगत गोल्ड मेडल दिलवाया. यहीं भारत को झटका लगा.
इस तरह अब मेडल टैली (9 अगस्त सुबह 6 बजे तक) में पाकिस्तान एक गोल्ड मेडल जीतकर 53वें नंबर पर है. वहीं भारत उससे 11 पायदान नीचे 64वें नंबर पर है. भारत ने पेरिस ओलंपिक में नीरज के 1 सिल्वर समेत 4 ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं. हॉकी में भारत को एक ब्रॉन्ज मेडल मिला है, वहीं 3 मेडल शूटिंग में आए.
यानी साफ है कि पाकिस्तान का एक गोल्ड मेडल भारत पर भारी पड़ गया. जिस वजह से पाकिस्तान भारत से मेडल तालिका में ऊपर पहुंच गया है. अरशद नदीम ने मेडल जीतकर दोहरा झटका दिया, क्योंकि नीरज चोपड़ा को लेकर यह उम्मीद की जा रही थी कि वह भारत को गोल्ड मेडल ही दिलाएंगे.

अरशद का यह मेडल 1992 के ओलंपिक के बाद भी पाकिस्तान का पहला मेडल रहा, तब पाकिस्तान की हॉकी टीम ने बार्सिलोना में ब्रॉन्ज मेडल दिलाया. यानी कुल मिलककर 32 सालों का सूखा अरशद न खत्म किया. वहीं अरशद नदीम पाकिस्तान के पहले ऐसे खिलाड़ी बन गए जिन्होंने अपने देश को व्यक्तिगत इवेंट में पहला गोल्ड मेडल दिलाया.

वहीं अरशद ने 92.97 मीटर थ्रो के साथ ओलंपिक रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया. अरशद ने नॉर्वे के एंड्रियास थोरकिल्डसेन (Andreas THORKILDSEN) का रिकॉर्ड तोड़ दिया. एंड्रियास ने यह रिकॉर्ड 23 अगस्त 2008 को बीजिंग ओलंपिक में 90.57 मीटर दूर जैवलिन फेंककर बनाया था.
The pakistani Arshad Nadeem shatters the Olympic javelin record with a throw of 92.97m on his second attempt 🤯🇵🇰.#Paris2024
— Paris 2024 (@Paris2024) August 8, 2024
📸 Getty Images/Julian Finney pic.twitter.com/LGD1I6kvSw
नीरज ने अपना ही ओलंपिक रिकॉर्ड तोड़ा
नीरज ने इससे पहले टोक्यो ओलंपिक में 87.58 मीटर दूर भाला फेंककर गोल्ड मेडल अपने नाम किया था. मगर इस बार पेरिस में उन्होंने टोक्यो के थ्रो से भी ज्यादा दूर भाला फेंका, लेकिन उन्हें सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा.
जैवलिन थ्रो में 98.48 मीटर का है वर्ल्ड रिकॉर्ड
जैवलिन थ्रो का वर्ल्ड रिकॉर्ड चेक गणराज्य के खिलाड़ी के नाम दर्ज है. तीन बार के वर्ल्ड चैम्पियन और ओलंपिक चैम्पियन, चेक गणराज्य के दिग्गज एथलीट जान जेलेजनी (Jan ZELEZNY ) ने जर्मनी में एक एथलेटिक्स प्रतियोगिता के दौरान 1996 में 98.48 मीटर का थ्रो करके पुरुषों के भाला फेंक का वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किया था. जो आज तक कायम है.
7 अगस्त को जीता था गोल्ड, 8 अगस्त को सिल्वर
भारत के लिए अब पेरिस ओलंपिक की 8 अगस्त की तारीख दर्ज हो गई है क्योंकि इस दिन नीरज ने सिल्वर मेडल झटका, वहीं टोक्यो ओलंपिक में 7 अगस्त का दिन हमेशा याद रखा जाएगा, इस दिन तब 2021 में नीरज ने गोल्ड पर अपना कब्जा जमाया. टोक्यो ओलंपिक में नीरज चोपड़ा ने ओलंपिक स्वर्ण पदक हासिल करने के लिए 87.58 मीटर का थ्रो किया था.
#WATCH | Paris: On winning a silver medal in men's javelin throw at #ParisOlympics2024, Ace javelin thrower Neeraj Chopra says, "We all feel happy whenever we win a medal for the country...It's time to improve the game now...We will sit and discuss and improve the… pic.twitter.com/kn6DNHBBnW
— ANI (@ANI) August 9, 2024
नीरज ने किए 5 फाउल, अरशद ने 1
26 साल के नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलंपिक में अपने 6 में से 5 प्रयास फाउल किए. मगर उन्होंने अपना दूसरा ही थ्रो 89.45 मीटर का किया था और इसी ने उन्हें सिल्वर मेडल दिलाया. वहीं पाकिस्तान के अरशद नदीम ने केवल एक फाउल किया.
नीरज चोपड़ा के पेरिस ओलंपिक में जैवलिन थ्रो
पहला प्रयास: फाउल
दूसरा प्रयास: 89.45 मीटर
तीसरा प्रयास: फाउल
चौथा प्रयास: फाउल
पांचवां प्रयास: फाउल
छठा प्रयास: फाउल
अरशद नदीम के पेरिस ओलंपिक में जैवलिन थ्रो
पहला प्रयास: फाउल
दूसरा प्रयास: 92.97 मीटर
तीसरा प्रयास: 88.72 मीटर
चौथा प्रयास: 79.40 मीटर
पांचवां प्रयास: 84.87 मीटर
छठा प्रयास: 91.79 मीटर
अरशद पाकिस्तान को गोल्ड दिलाने वाले पहले खिलाड़ी
अरशद पाकिस्तान के लिए ओलंपिक में व्यक्तिगत इवेंट में मेडल जिताने वाले तीसरे खिलाड़ी हैं. उनसे पहले 1960 में रोम ओलंपिक में मोहम्मद बशीर ने पुरुष 73 किग्रा कुश्ती में ब्रॉन्ज मेडल दिलाया था, जो व्यक्तिगत इवेंट में पाकिस्तान का पहला मेडल था. फिर सियोल में हुए 1988 ओलंपिक में बॉक्सर हुसैन शाह ने मिडिलवेट मुक्केबाजी में ब्रॉन्ज मेडल जीता था.

पाकिस्तान की हॉकी टीम का ओलंपिक में रहा है जलवा
पाकिस्तान की हॉकी टीम का ओलंपिक में जबरदस्त खेल रहा है. पाकिस्तानी टीम ने 1956 मेलबर्न ओलंपिक में सिल्वर, 1960 रोम ओलंपिक में गोल्ड, 1964 टोक्यो ओलंपिक में सिल्वर, 1968 मेक्सिको सिटी ओलंपिक में गोल्ड जीता था. इसके बाद 1972 म्यूनिख ओलंपिक में सिल्वर, 1976 मॉन्ट्रियल ओलंपिक में ब्रॉन्ज, 1984 लॉस एंजिल्स ओलंपिक में गोल्ड और 1992 बार्सिलोना ओलंपिक में पाकिस्तानी टीम ने ब्रॉन्ज जीता था.
पेरिस ओलंपिक जैवलिन फाइनल में सभी 12 खिलाड़ियों का बेस्ट थ्रो
1. अरशद नदीम (पाकिस्तान)- 92.97 मीटर
2. नीरज चोपड़ा (भारत)- 89.45 मीटर
3. एंडरसन पीटर्स (ग्रेनाडा)- 88.54 मीटर
4. जैकब वाडलेच (चेक रिपब्लिक)- 88.50 मीटर
5. जूलियस येगो (केन्या)- 87.72 मीटर
6. जूलियन वेबर (जर्मनी)- 87.40 मीटर
7. केशोर्न वाल्कॉट (त्रिनिदाद एंड टोबैगो)- 86.16 मीटर
8. लस्सी एतेलाटालो (फिनलैंड)- 84.58 मीटर
9. ओलिवर हेलैंडर (फिनलैंड)- 82.68 मीटर
10. टोनी केरानेन (फिनलैंड)- 80.92 मीटर
11. लुईज मौरिसियो डा सिल्वा (ब्राजील)- 80.67 मीटर
12. एंड्रियन मर्डारे (मोल्डोवा)- 80.10 मीटर
नीरज चोपड़ा ऐसा करने वाले पहले भारतीय
नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलंपिक 2024 में जैवलिन थ्रो में सिल्वर मेडल जीतकर भी इतिहास रच दिया है. वह व्यक्तिगत इवेंट में ओलंपिक में गोल्ड के बाद सिल्वर मेडल जीतने वाले भारत के पहले खिलाड़ी बन गए. इससे पहले अभिनव बिंद्रा ने शूटिंग में भारत को बीजिंग 2008 ओलंपिक में गोल्ड तो दिलाया लेकिन इसके बाद वह कोई धमाल नहीं कर पाए. इससे पहले भारत के लिए व्यक्तिगत इवेंट (शूटिंग) में अभिनव बिंद्रा ने बीजिंग 2008 में गोल्ड जीता था. मगर वो इसके बाद कोई मेडल नहीं जीत सके.
Neeraj Chopra is excellence personified! Time and again he’s shown his brilliance. India is elated that he comes back with yet another Olympic success. Congratulations to him on winning the Silver. He will continue to motivate countless upcoming athletes to pursue their dreams… pic.twitter.com/XIjfeDDSeb
— Narendra Modi (@narendramodi) August 8, 2024
नीरज पेरिस में यदि गोल्ड जीतते तो ओलंपिक इतिहास में खिताब बरकरार रखने वाले दुनिया के 5वें और भारत के पहले खिलाड़ी बन जाते. वहीं वो ओलंपिक के व्यक्तिगत इवेंट में 2 गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय भी बन सकते थे. मगर वो इस कीर्तिमान से चूक गए.
वहीं ओलंपिक में इससे पहले व्यक्तिगत इवेंट में रेसलर सुशील कुमार और बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु ही कोई भी दो मेडल जीत सके हैं. उनके बाद नीरज तीसरे भारतीय हैं, जिन्होंने ओलंपिक में कोई भी 2 मेडल जीते हैं. पर सुशील और सिंधु गोल्ड मेडल नहीं जीत सके थे. उन्होंने 2008 बीजिंग में ब्रॉन्ज और फिर लंदन 2012 में सिल्वर मेडल जीता था. जबकि सिंधु ने 2016 रियो में सिल्वर और टोक्यो 2020 में ब्रॉन्ज जीता था.
भारत के ओलंपिक मेडलिस्ट की पूरी लिस्ट, जानें कौन, कब बना विजेता
| एथलीट/खेल | मेडल | इवेंट | ओलंपिक सीजन |
| नॉर्मन प्रिचर्ड* | सिल्वर | पुरुषों की 200 मीटर रेस | पेरिस 1900 |
| नॉर्मन प्रिचर्ड** | सिल्वर | पुरुषों का 200 मीटर बाधा दौड़ (हर्डल रेस) | पेरिस 1900 |
| भारतीय हॉकी टीम | गोल्ड | पुरुष हॉकी | एम्स्टर्डम 1928 |
| भारतीय हॉकी टीम | गोल्ड | पुरुष हॉकी | लॉस एंजिल्स 1932 |
| भारतीय हॉकी टीम | गोल्ड | पुरुष हॉकी | बर्लिन 1936 |
| भारतीय हॉकी टीम | गोल्ड | पुरुष हॉकी | लंदन 1948 |
| भारतीय हॉकी टीम | गोल्ड | पुरुष हॉकी | हेल्सिंकी 1952 |
| भारतीय हॉकी टीम | गोल्ड | पुरुष हॉकी | मेलबर्न 1956 |
| केडी जाधव | ब्रॉन्ज | पुरुषों की बेंटमवेट कुश्ती | हेल्सिंकी 1952 |
| भारतीय हॉकी टीम | सिल्वर | पुरुष हॉकी | रोम 1960 |
| भारतीय हॉकी टीम | गोल्ड | पुरुष हॉकी | टोक्यो 1964 |
| भारतीय हॉकी टीम | ब्रॉन्ज | पुरुष हॉकी | मेक्सिको सिटी 1968 |
| भारतीय हॉकी टीम | ब्रॉन्ज | पुरुष हॉकी | म्यूनिख 1972 |
| भारतीय हॉकी टीम | गोल्ड | पुरुष हॉकी | मास्को 1980 |
| लिएंडर पेस | ब्रॉन्ज | पुरुष एकल टेनिस | अटलांटा 1996 |
| कर्णम मल्लेश्वरी | ब्रॉन्ज | भारोत्तोलन (महिलाओं का 54 किग्रा | सिडनी 2000 |
| राज्यवर्धन सिंह राठौड़ | सिल्वर | पुरुषों की डबल ट्रैप शूटिंग | एथेंस 2004 |
| अभिनव बिंद्रा | गोल्ड | पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग | बीजिंग 2008 |
| विजेंदर सिंह | ब्रॉन्ज | पुरुषों की मिडिलवेट बॉक्सिंग (मुक्केबाजी) | बीजिंग 2008 |
| सुशील कुमार | ब्रॉन्ज | पुरुषों की 66 किग्रा कुश्ती | बीजिंग 2008 |
| सुशील कुमार | सिल्वर | पुरुषों की 66 किग्रा कुश्ती | लंदन 2012 |
| विजय कुमार | सिल्वर | पुरुषों की 25 मीटर रैपिड पिस्टल शूटिंग | लंदन 2012 |
| साइना नेहवाल | ब्रॉन्ज | महिला एकल बैडमिंटन | लंदन 2012 |
| मैरी कॉम | ब्रॉन्ज | महिला फ्लाइवेट मुक्केबाजी | लंदन 2012 |
| योगेश्वर दत्त | ब्रॉन्ज | पुरुष 60 किग्रा कुश्ती | लंदन 2012 |
| गगन नारंग | ब्रॉन्ज | 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग | लंदन 2012 |
| पीवी सिंधु | सिल्वर | महिला एकल बैडमिंटन | रियो 2016 |
| साक्षी मलिक | ब्रॉन्ज | महिला 58 किग्रा कुश्ती | रियो 2016 |
| मीराबाई चानू | सिल्वर | महिला 49 किग्रा भारोत्तोलन (वेटलिफ्टिंग) | टोक्यो 2020 |
| लवलीना बोरगोहेन | ब्रॉन्ज | महिला वेल्टरवेट बॉक्सिंंग (64-69 किग्रा) | टोक्यो 2020 |
| पीवी सिंधु | ब्रॉन्ज | महिला एकल बैडमिंटन | टोक्यो 2020 |
| रवि कुमार दहिया | सिल्वर | पुरुष फ्रीस्टाइल 57 किग्रा कुश्ती | टोक्यो 2020 |
| भारतीय हॉकी टीम | ब्रॉन्ज | पुरुष हॉकी | टोक्यो 2020 |
| बजरंग पुनिया | ब्रॉन्ज | पुरुष 65 किग्रा कुश्ती | टोक्यो 2020 |
| नीरज चोपड़ा | गोल्ड | पुरुषों का भाला फेंक (जैवलिन थ्रो) | टोक्यो 2020 |
| मनु भाकर | ब्रॉन्ज | 10 मीटर एयर पिस्टल | पेरिस 2024 |
| मनु भाकर-सरबजोत सिंह | ब्रॉन्ज | 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम | पेरिस 2024 |
| स्वप्निल कुसाले | ब्रॉन्ज | मेन्स 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन | पेरिस 2024 |
| भारतीय हॉकी टीम | ब्रॉन्ज | पुरुष हॉकी | पेरिस 2024 |
| नीरज चोपड़ा | सिल्वर | पुरुषों का भाला फेंक (जैवलिन थ्रो) | पेरिस 2024 |
*** नोट: नॉर्मन प्रिचर्ड ने ब्रिटिश झंडे के तहत भारत की ओर से भाग लिया था, वह एक ब्रिटिश मूल के खिलाड़ी थे.
नीरज चोपड़ा के नाम हैं ये मेडल
पेरिस ओलंपिक 2024- सिल्वर मेडल
हांगझोऊ एशियन गेम्स 2023- गोल्ड मेडल
बुडापेस्ट वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप- गोल्ड मेडल
टोक्यो ओलंपिक 2020- गोल्ड मेडल
जकार्ता एशियन गेम्स 2018- गोल्ड मेडल
गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स 2018- गोल्ड मेडल
एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2017- गोल्ड मेडल
वर्ल्ड U-20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2016- गोल्ड मेडल
साउथ एशियन गेम्स 2016- गोल्ड मेडल
एशियन जूनियर चैंपियनशिप 2016- सिल्वर मेडल