Neeraj Chopra Diamond League Final: भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर (भाला फेंक) नीरज चोपड़ा ने शनिवार (14 सितंबर) की देर रात अपना गजब का जज्बा दिखाया. वो टूटे हाथ के साथ डायमंड लीग फाइनल में उतरे और दूसरे स्थान पर रहे. नीरज डायमंड ट्रॉफी जीतने से चूक गए. हाथ टूटने वाली बात का खुलासा खुद नीरज ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए किया है.
फाइनल मुकाबले में नीरज ने अपने तीसरे प्रयास में 87.86 दूर जैवलिन फेंका, जो उनका इस मुकाबले में बेस्ट प्रदर्शन रहा. ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स डायमंड लीग चैम्पियन बनने में कामयाब रहे. पीटर्स ने पहले प्रयास में 87.87 मीटर का थ्रो किया था. यानी नीरज महज 1 सेंटीमीटर से पीछे रह गए.
दूसरी बार डायमंड लीग जीतने का सपना टूटा
नीरज 2022 में डायमंड लीग जीत चुके हैं. अब उनका दूसरी बार टाइटल जीतने का सपना टूट गया. नीरज का मुकाबला ब्रुसेल्स (बेल्जियम) के एलियांज मेमोरियल वैन डेम में था. बता दें कि नीरज चोपड़ा ने पहले प्रयास में 86.82 मीटर दूर जैवलिन फेंका. उनका दूसरा प्रयास 83.49 मीटर का रहा.
फिर उनका तीसरा अटेम्प्ट 87.86 मीटर का रहा. भारतीय खिलाड़ी का चौथा प्रयास 82.04 मीटर का था. पांचवें प्रयास में नीरज ने 83.30 मीटर का थ्रो किया. नीरज ने अपने आखिरी प्रयास में पूरा जोर लगाया लेकिन वह 86.46 मीटर का ही थ्रो कर सके.
'लेफ्ट हैंड की चौथी मेटाकार्पल हड्डी में फ्रैक्चर'
नीरज ने लिखा, 'जैसे-जैसे 2024 का सीजन समाप्त हो रहा है, मैं उन सब चीजों को याद कर रहा हूं जो मैंने साल भर में सीखा है जिसमें सुधार, असफलताओं, मानसिकता और बहुत कुछ है. सोमवार (9 सितंबर) को प्रैक्टिस के दौरान मुझे चोट लगी थी और एक्स-रे से पता चला कि मेरे लेफ्ट हैंड की चौथी मेटाकार्पल हड्डी में फ्रैक्चर हुआ है. यह एक और दर्दनाक चुनौती थी, मगर अपनी टीम (डॉक्टर्स) की मदद से मैं ब्रसेल्स (डायमंड लीग फाइनल) में हिस्सा लेने में सफल हो सका.'
फाइनल में नीरज चोपड़ा का प्रदर्शन:
पहला प्रयास- 86.82 मीटर
दूसरा प्रयास- 83.49 मीटर
तीसरा प्रयास- 87.86 मीटर
चौथा प्रयास- 82.04 मीटर
पांचवां प्रयास- 83.30 मीटर
छठा प्रयास- 86.46 मीटर
चैम्पियन एंडरसन पीटर्स को क्या मिला?
डायमंड लीग के फाइनल में विजेता खिलाड़ी को 'डायमंड ट्रॉफी', 30,000 अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि और वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के लिए वाइल्ड कार्ड दिया जाता है. ध्यान देने वाली बात यह है कि डायमंड लीग में कोई मेडल नहीं मिलता है. यानी ट्रॉफी जीतने और इनामी राशि हासिल करने के लिए टॉप पर आना होता है.