साउथ कोरिया के गुमी में जारी एशियन एथलेटिक्स चैम्पियनशिप 2025 में गुरुवार (29 मई) का दिन भारत के लिए शानदार रहा. इस चैम्पियनशिप के तीसरे दिन भारत ने कुल मिलाकर तीन स्वर्ण, दो रजत और एक कांस्य पदक जीते, जिससे उसके पदकों की संख्या 14 हो गई. हालांकि भारी तूफान के कारण प्रतियोगिता में बाधा भी पड़ी थी.
तीसरे दिन इन स्पर्धाओं में भारत ने जीते गोल्ड
गुरुवार को वूमेन्स 100 मीटर हर्डल में ज्योति याराजी ने गोल्ड मेडल जीता. वहीं राष्ट्रीय रिकॉर्डधारी स्टीपलचेज धावक अविनाश साबले और महिलाओं की चार गुणा 400 मीटर रिले टीम ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक हासिल किए. भारत अब पदक तालिका में चीन के बाद दूसरे स्थान पर है. भारत ने 5 गोल्ड, 6 सिल्वर और 3 कांस्य पदक जीते हैं. चीन ने 12 स्वर्ण पदक सहित 21 पदक जीते हैं.
गुरुवार को सबसे पहले अविनाश साबले ने सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए मेन्स 3000 मीटर स्टीपलचेज स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता. देखा जाए तो 36 साल बाद किसी भारतीय खिलाड़ी ने एशियन एथलेटिक्स चैम्पियनशिप की मेन्स 3000 मीटर स्टीपलचेज स्पर्धा में गोल्ड अपने नाम किया. इसके तुरंत बाद ज्योति याराजी ने महिलाओं की 100 मीटर हर्डल में शानदार प्रदर्शन करते हुए चैम्पियनशिप का नया रिकॉर्ड (12.96 सेकंड) बनाते हुए इस प्रतियोगिता में अपना दूसरा स्वर्ण पदक जीता. पिछला रिकॉर्ड 13.04 सेकंड का था, जिसे 1998 में कजाकिस्तान की ओल्गा शिशिगिना और 2011 में चीन की सन यावेई ने बनाया था.
ज्योति याराजी और अविनाश साबले के शानदार प्रदर्शन के बाद जिस्ना मैथ्यू, रूपल चौधरी, कुंजा राजिता और सुभा वेंकटेशन की चौकड़ी ने महिलाओं की चार गुणा 400 मीटर रिले स्पर्धा में सत्र का अपना सर्वश्रेष्ठ समय (3:34.18 सेकंड) निकालकर स्वर्ण पदक जीता और महाद्वीपीय चैम्पियनशिप के तीसरे दिन भारत का दबदबा कायम रखा. महिलाओं की चार गुणा 400 मीटर रिले स्पर्धा में भारत का कुल मिलाकर 10वां और 2013 के बाद पहला स्वर्ण पदक था.
महिलाओं की चार गुणा 400 मीटर रिले स्पर्धा में वियतनाम ने 3:34.77 सेकंड के साथ रजत पदक, जबकि श्रीलंका ने 3:36.67 सेकंड के साथ कांस्य पदक जीता. जय कुमार, धर्मवीर चौधरी, मनु थेक्किनालिल साजी और विशाल टीके की पुरुष चार गुणा 400 मीटर रिले टीम भी स्वर्ण पदक की दावेदार थी, लेकिन उन्हें 3:03.67 सेकंड के समय के साथ रजत पदक से संतोष करना पड़ा, जो अब तक उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था. कतर (3:03.52 सेकंड) ने स्वर्ण पदक, जबकि चीन (3:03.73 सेकंड) ने कांस्य पदक जीता.