KL Rahul India vs Australia: केएल राहुल, एक ऐसा नाम, जो भारतीय क्रिकेट टीम में किसी ना किसी रूप में बना रहता है. बेहद खराब फॉर्म से जूझ रहे ओपनर केएल राहुल को वनडे में बतौर विकेटकीपर खिलाया गया. इसका खामियाजा वनडे में डबल सेंचुरी लगाने वाले ईशान किशन को भुगतना पड़ा. उन्हें राहुल के लिए बाहर बैठाया गया.
अब ऐसा ही कुछ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 मैचों की टेस्ट सीरीज में भी हो रहा है. शादी के बाद टीम में लौटे राहुल को सीधे नागपुर टेस्ट में बतौर ओपनर मौका दिया गया. इस बार वनडे में डबल सेंचुरी लगाने वाले और लगातार ताबड़तोड़ अंदाज में रन बनाने वाले शुभमन गिल को राहुल के लिए बाहर बैठाया गया.
राहुल को लगातार मौके दिए जा रहे हैं, लेकिन इसका खामियाजा टीम को भुगतना पड़ रहा है. टीम उनकी वजह से कई बार मुश्किलों में फंसी है. ऑस्ट्रेलियाई सीरीज में शुभमन गिल को बाहर बैठाकर राहुल को मौका दिया गया. नतीजा फैन्स की उम्मीदों के मुताबिक ही हुआ. एक बार फिर राहुल फ्लॉप साबित हुए.
पिछली 11 टेस्ट पारियों में सिर्फ 175 रन बनाए
30 साल के राहुल को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में उपकप्तान बनाया गया, मगर उन्होंने शुरुआती दो मैचों में बेहद निराश किया है. तीन पारियों में वो सिर्फ 38 रन ही बना सके हैं. आप यह मत सोचिए कि सिर्फ तीन पारियों के कारण ही फैन्स राहुल को बाहर करने की बात कर रहे हैं.
बता दें कि राहुल का यह बेहद खराब फॉर्म जनवरी 2022 से ही जारी है. तब से अब तक राहुल ने 6 टेस्ट मैच खेले, जिसकी 11 पारियों में सिर्फ 175 रन बनाए हैं. जबकि अक्षर पटेल ने पिछली तीन पारियों में ही 158 रन जमा दिए हैं. ऐसे में राहुल की फॉर्म को आप समझ सकते हैं.
इन 11 पारियों के दौरान केएल राहुल का औसत सिर्फ 15.90 का रहा है. उन्होंने इस दौरान सिर्फ एक अर्धशतक जमाया है. राहुल ने रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में बांग्लादेश के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज में कप्तानी भी की थी. राहुल का टेस्ट में ओवरऑल औसत भी अच्छा नहीं है. उन्होंने अब तक कुल 47 टेस्ट मैच खेले, पर उनका टेस्ट करियर में औसत सिर्फ 33.44 का ही रहा है.

रोहित और द्रविड़ ने कहा- सपोर्ट करते रहेंगे
इन सबके बावजूद भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ ने केएल राहुल का सपोर्ट किया है. दोनों ने सुर में सुर मिलाते हुए दिल्ली टेस्ट जीतने के बाद कहा कि ऐसी स्थिति हर एक खिलाड़ी के साथ आती है. हम राहुल को सपोर्ट करते रहेंगे.
अब जब रोहित और द्रविड़ ने केएल राहुल के लिए इतनी हमदर्दी दिखाई है और लगातार सपोर्ट करने की बात कही है, तो फिर सवाल यह भी बनता है कि यह सपोर्ट क्यों और कब तक चलता रहेगा? क्या इसका खामियाजा वनडे वर्ल्ड कप में भी भुगतना पड़ेगा? क्या तभी सपोर्ट करना बंद होगा?
इन खिलाड़ियों को भी सपोर्ट की जरूरत है
सवाल तो यह भी बनता है कि क्या कुछ चुनिंदा खिलाड़ियों को ही टीम इंडिया में ऐसा तगड़ा सपोर्ट मिलता है? यह सवाल इसलिए भी बनता है, क्योंकि कई ऐसे स्टार खिलाड़ी रहे हैं, जो थोड़ी सी खराब फॉर्म के कारण ही टीम से ऐसे बाहर हुए हैं, कि अब तक उनका कुछ पता नहीं है. इन खिलाड़ियों में अजिंक्य रहाणे, तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा, संजू सैमसन शामिल हैं.
जबकि कुछ दिन पहले तक वनडे वर्ल्ड कप के कट्टर दावेदार माने जा रहे शिखर धवन भी अब टीम से बाहर चल रहे हैं. उन्हें भी तो राहुल की तरह ही सपोर्ट मिलना चाहिए. धवन के लिए भी डबल सेंचुरी वाले गिल या ईशान को बाहर बैठाकर देखा जा सकता है.
ऐसा नहीं है कि खराब फॉर्म वाले प्लेयर्स को ही सपोर्ट की जरूरत होती है. वनडे में डबल सेंचुरी वाले शुभमन गिल और ईशान किशन को भी तो सपोर्ट करना चाहिए. उन्हें भी बैक टू बैक मौके देना चाहिए. अच्छी फॉर्मे के बावजूद उन्हें बाहर बैठाया हुआ है. मगर जो भी हो, फैन्स अब केएल राहुल की खराब फॉर्म से पक चुके हैं. यदि आप नहीं मानते, तो ट्विटर या बाकी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर केएल राहुल लिखकर देख लीजिए. यहां उन्हें जमकर ट्रोल किया जा रहा है.

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में बल्लेबाज फ्लॉप
भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 टेस्ट मैचों की सीरीज में 2-0 की बढ़त बना ली है. इस सीरीज में दोनों टीम की तरफ से बल्लेबाजों की दुर्गति ही हुई है. भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के अलावा कोई भी बल्लेबाज दोनों टेस्ट मैच में शतक नहीं जमा सका है.
रोहित ने पहले टेस्ट में 120 रनों की पारी खेली थी और वही अब तक सीरीज में सबसे ज्यादा 183 रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं. दूसरे नंबर पर स्पिन ऑलराउंडर अक्षर पटेल का नाम है, जिन्होंने दो फिफ्टी के साथ 158 रन बनाए हैं. ऐसे में जब सभी बल्लेबाज फ्लॉप हो रहे हैं, तो राहुल से उम्मीद बेमानी है. मगर उनके बारे में यह बात करने का मंसूबा सिर्फ इतना है कि या तो वह फॉर्म में आएं और कीमती रन बनाएं. या फिर आराम लेकर घरेलू मैच खेलें और लय हासिल कर फिर वापसी करें.