
इंग्लैंड के स्टार क्रिकेटर बेन स्टोक्स ने जब वनडे क्रिकेट से संन्यास लिया, तब हर किसी के मन में एक सवाल जो उठ रहा था वह खुलकर सामने आ गया. क्या वनडे क्रिकेट का अब कोई औचित्य है? क्या लोग वनडे क्रिकेट देख पाएंगे? क्या लोग वनडे क्रिकेट देखना चाहेंगे? ऐसे सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि दुनिया में इतना अधिक टी-20 क्रिकेट हो रहा है तो फैन्स उसके ही आदि हो गए हैं लेकिन अब वनडे क्रिकेट देखना मुश्किल हो गया है. ऐसा क्यों हो रहा है, एक्सपर्ट्स क्या कह रहे हैं जानिए...
आखिरी ओवर तक का रोमांच...
इस सबके बीच टीम इंडिया ने पहले इंग्लैंड और फिर वेस्टइंडीज़ के खिलाफ वनडे मैच खेले. वेस्टइंडीज़ के खिलाफ तीन मैच की सीरीज़ के शुरुआती दो मैच रोमांचक रहे. एक लंबे वक्त के बाद ऐसा हुआ जब किन्हीं वनडे मैच में पूरे 100 ओवर खेले गए हों. भारत-वेस्टइंडीज़ के बीच हुए इन दोनों मैचों का नतीजा दूसरी पारी के 50वें ओवर में आया, यानी मैच के 100वें ओवर में.
लेकिन इस सबके बावजूद इस वनडे सीरीज़ में किसी की कोई दिलचस्पी नहीं दिख रही है. इसके कई कारण हैं, क्योंकि भारत के हिसाब से यह मैच काफी देर रात तक चल रहा है और इसके अलावा बड़े स्टार्स इस सीरीज़ में हिस्सा नहीं ले रहे हैं. लेकिन इन सबसे इतर वनडे क्रिकेट से फैन्स कितना ऊब चुके हैं इसके कई किस्से सामने आ रहे हैं. लोगों ने ट्विटर या अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा है कि वह पूरा वनडे मैच नहीं देख पा रहे हैं.
पहले वनडे मैच में भारत ने 308 का स्कोर बनाया, जवाब में वेस्टइंडीज़ 305 रन बना पाई. टीम इंडिया ने तब आखिरी ओवर में 15 रन बचाए थे और मैच जीता था. दूसरे वनडे में वेस्टइंडीज़ ने 311 रन बनाए और टीम इंडिया ने आखिरी ओवर में जाकर 312 रन बनाए. अक्षर पटेल ने छक्का जड़कर टीम इंडिया को जीत दिलाई थी.
टी-20, टी-10 और 100 का ज़ोर...
एक वनडे मैच पूरा होने में कम से कम 9 घंटे का वक्त जाता है, मौजूदा दौर में इतना वक्त कम ही लोगों के पास है. तभी टी-20 क्रिकेट का चलन सुपर हिट हो गया था, अब तो इससे भी छोटा फॉर्मेट आ गया है. कई देशों में टी-10 लीग की सुर्खियां हैं और लोगों को यह पसंद आ रही है. हद तो तब हुई जब इंग्लैंड में एक नया फॉर्मेट शुरू हुआ.
यहां सिर्फ 100 बॉल की पारी होती है, यानी पूरे 20 ओवर का गेम भी नहीं हो रहा है. इंग्लैंड जो क्रिकेट का जनक है और अभी भी टेस्ट क्रिकेट को तवज्जो देता है, वहां 100 जैसा फॉर्मेट भी सुपरहिट हो गया है.

दिग्गजों ने भी रखी है अपनी राय
वनडे क्रिकेट को लेकर एक लंबे वक्त से चर्चा चल रही है. 2019 वर्ल्डकप के बाद से ही वनडे मैच का होना काफी कम हो गया है. टीम इंडिया भी साल में अब टी-20 क्रिकेट और टेस्ट क्रिकेट ही अधिक खेलती है. 2019 वर्ल्डकप फाइनल के बाद अभी तक दुनियाभर में सिर्फ 576 वनडे मैच खेले गए हैं, जिनमें बड़ी टीमों के अलावा एसोसिएट टीमें भी शामिल हैं. टीम इंडिया जो दुनियाभर में सबसे अधिक मैच खेलने वाली टीम में से एक है, उसने सिर्फ 32 वनडे मैच ही खेले हैं.
वनडे मैच की संख्या कम होने की वजह से ही दर्शकों का उत्साह भी कम हुआ है. जब टी-20 क्रिकेट के दौर में 3 घंटे में पूरा मैच खत्म हो जाता है, तब 9 घंटे तक मैच देखना हर किसी के लिए मुश्किल होता है. वनडे क्रिकेट पर छिड़ी इसी बहस के बीच अलग-अलग दिग्गजों ने अपनी राय रखी.
पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शाहिद आफरीदी ने प्रस्ताव दिया कि अब वनडे क्रिकेट को 40 ओवर का कर देना चाहिए, क्योंकि फैन्स नतीजे के लिए लंबा इंतज़ार नहीं कर सकते हैं. शाहिद आफरीदी की बात को आगे बढ़ाते हुए रवि शास्त्री ने भी कहा कि जब वनडे क्रिकेट 60 ओवर का था और फैन्स में उत्साह कम हुआ तब इसे 50 ओवर का कर दिया गया. तब ये फॉर्मेट बच गया था, ऐसे में अब फिर वक्त आ गया है कि 50 ओवर के फॉर्मेट को 40 ओवर का कर दिया जाए. पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अकरम ने भी बयान दिया था कि वनडे क्रिकेट को अब सिर्फ खींचा ही जा रहा है, ये फॉर्मेट पूरी तरह खत्म हो गया है.