AFG vs NZ Test at Greater Noida Stadium: अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच इकलौता टेस्ट मैच ग्रेटर नोएडा के शहीद विजय पार्थिक स्पोर्ट्स स्टेडियम में खेला जा रहा है. मुकाबला 6 सितंबर से होना था, लेकिन बारिश के बाद स्टेडियम में व्याप्त बदहाली कारण शुरुआती दो दिनों का खेल बिल्कुल भी नहीं हो सका है.
बारिश के कारण स्टेडियम की हालत बेहद खराब हो गई है. मैनेजमेंट दो दिनों तक पिच और आउटफील्ड को ठीक नहीं कर सका. इसके लिए उसने किराये के पंखे और कवर्स भी मंगाए, लेकिन सफलता नहीं मिली.
बैन के बावजूद 3 में से इस स्टेडियम को क्यों चुना?
अफगानिस्तानी टीम के लिए ये होम टेस्ट है, क्योंकि राजनीतिक दिक्कतों के चलते टीम अपने घर पर इंटरनेशनल मैच नहीं खेल सकती है. मगर यहां एक बड़ी बात सामने यह भी आई है कि अफगानिस्तान के लिए यह एकमात्र टेस्ट मैच खेलने के लिए तीन वेन्यू का ऑप्शन दिया गया था.
इसमें कानपुर, बेंगलुरु और ग्रेटर नोएडा शामिल था. मगर इसके बावजूद अफगानिस्तान ने ग्रेटर नोएडा स्टेडियम को ही चुना. खास बात यह भी है कि BCCI ने इस स्टेडियम पर बैन लगा रखा है. अब सवाल यह उठता है कि आखिर उसने ऐसा क्यों किया? इसका जवाब है दिल्ली का करीब होना.
दरअसल, नोएडा के बेहद करीब है दिल्ली और यहां से अफगानिस्तानी टीम को काबुल की डायरेक्ट फ्लाइट मिलती है. यही कारण है कि अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) ने इस एकमात्र टेस्ट के लिए ग्रेटर नोएडा को ही चुना. मगर यहां बदहाली देखकर बोर्ड ने कहा है कि अब वो कभी भी इस स्टेडियम में कोई मैच नहीं खेलेगी.
इस स्टेडियम पर लग चुका है प्रतिबंध
मार्च 2017 में यहां आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला गया था, जब अफगानिस्तान और आयरलैंड के बीच व्हाइट बॉल सीरीज खेली गई थी. इसी साल के आखिर में सितंबर 2017 में कॉर्पोरेट मुकाबलों में मैच फिक्सिंग के मामले सामने आए थे, तब BCCI ने स्टेडियम को प्रतिबंधित कर दिया था.
दूसरी ओर BCCI ने 2016 में ये ऐलान किया था कि ये स्टेडियम अफगानिस्तान क्रिकेट टीम का होम ग्राउंड होगा. ऐसा उस वक्त हुआ था जब आईसीसी ने इस स्टेडियम को इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम का दर्जा दिया था. आईसीसी के जरिए दर्जा दिए जाने और बीसीसीआई के जरिए बैन किए जाने के बावजूद अफगानिस्तान ने इस स्टेडियम को चुना.