वर्ल्ड कप टीम से चोट के चलते बाहर हुए टीम इंडिया तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा मुश्किल में पड़ सकते हैं. बीसीसीआई उनके खिलाफ चोट छुपाकर खेलने की कोशिश को लेकर ऐक्शन ले सकती है. ईशांत को 15 सदस्यीय टीम में शामिल किया गया था लेकिन 7 फरवरी को हुए फाइनल फिटनेस टेस्ट को पास नहीं कर सके और उनकी जगह स्टैंडबाय तेज गेंदबाज मोहित शर्मा को टीम में जगह दी गई.
बीसीसीआई के एक सूत्र ने बताया कि बोर्ड, टीम मैनेजमेंट के कुछ लोग और नेशनल सेलेक्टर्स फीजियो नितिन पटेल से कुछ खफा हो सकते हैं. नितिन ने जिस तरह से ईशांत की चोट को हैंडल किया उसे लेकर बोर्ड में गुस्सा हो सकता है. इसके अलावा सूत्र ने बताया कि ईशांत के खिलाफ भी एक्शन लिया जा सकता है क्योंकि उन्होंने अपनी चोट को छुपाकर खेलने की कोशिश की.
ईशांत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरा टेस्ट मैच नहीं खेला. 6 जनवरी को जब टीम इंडिया का सेलेक्शन हो रहा था तब भी सेलेक्टर्स ने नितिन पटेल से ईशांत की चोट के बारे में पूछा था. नितिन ने सेलेक्टर्स से कहा था कि ईशांत जल्द ही फिट हो जाएंगे. इसके बाद ईशांत चौथे टेस्ट में भी नहीं खेल सके. उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे मैच में शामिल किया गया लेकिन वो मैच बारिश के चलते रद्द हो गया. इस मैच में ईशांत ने एक भी गेंद नहीं फेंकी. इसके बाद अगले मैच से पहले ही चोट के चलते उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया. और आखिरकार उन्हें वर्ल्ड कप टीम से भी बाहर कर दिया गया.
सूत्र ने बताया कि ट्राई सीरीज में जिस तरह से ईशांत की चोट को हैंडल किया गया उससे मैनेजमेंट काफी नाराज था. भुवनेश्वर कुमार की चोट को लेकर भी नितिन पटेल पर नजर रखी जा रही है. गौरतलब है कि भुवी भी पूरी तरह से फिट नहीं हैं. बीसीसीआई के एक अधिकारी से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'हमारे पास छुपाने के लिए कुछ भी नहीं है. प्रोसेस के हिसाब से सबकुछ हुआ. फीजियो इस मामले को देख रहे थे. हमने अंत तक उन्हें फिटनेस साबित करने का मौका दिया, वो फिटनेस साबित नहीं कर सके तो उन्हें वापस बुला लिया गया.'