IND vs SA 2nd Test Score, India Vs South Africa: भारतीय टीम और साउथ अफ्रीका के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला केपटाउन में बुधवार (3 जनवरी) से खेला जा रहा है. मैच में अफ्रीकी टीम की कप्तानी डीन एल्गर संभाल रहे हैं. यह उनके करियर का आखिरी मैच भी है. उन्होंने पहले ही संन्यास का ऐलान कर दिया था.
मैच में एल्गर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. इसके बाद पूरी टीम 55 रनों पर सिमट गई. तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज 9 ओवरों में 15 रन देकर 6 विकेट झटके. इसके बाद दूसरी पारी में भारतीय टीम भी 153 रनों पर ढेर हो गई.
बड़ी बात ये है कि भारतीय टीम का स्कोर एक समय 153 रनों पर 4 विकेट था. मगर यहां से बगैर कोई रन बनाए बाकी 6 बल्लेबाज भी आउट हो गए. इसके बाद मैच के पहले दिन ही तीसरी पारी भी शुरू हो गई.
केपटाउन टेस्ट के पहले दिन गिरे 23 विकेट
साउथ अफ्रीकी टीम अपनी दूसरी पारी में बल्लेबाजी के लिए उतरी और उसने पहले दिन का खेल खत्म होने तक 62 रनों पर 3 विकेट गंवा दिए. इस तरह एक दिन में 23 विकेट गिरने पर कई दिग्गजों और फैन्स ने केपटाउन पिच की जमकर आलोचना की. कुछ ने तो इसे बेहद खराब तक बता दिया.
यह बात सुनकर अफ्रीकी कप्तान डीन एल्गर से रहा नहीं गया और उन्होंने पिच को लेकर सफाई दे डाली. एल्गर ने कहा कि साउथ अफ्रीका में ऐसी पिचें आम हैं. यहां बल्लेबाज की कड़ी परीक्षा होती है. अपना उदाहरण देते हुए एल्गर ने कहा कि ऐसी पिचों पर वो भी काफी सफल रहे हैं.
एल्गर बोले- पिच खराब है यह नहीं कह सकता
ईएसपीएनक्रिकइंफो ने एल्गर के हवाले से लिखा, 'मैं यह (पिच खराब है) नहीं कह सकता, क्योंकि व्यक्तिगत तौर पर मैं इस पिच पर सफल रहा हूं. मेरा खुद का रिकॉर्ड हमारी पिच पर शानदार रहा है. ये पिचें काफी चुनौतीभरी होती हैं, लेकिन मेरा मानना है कि यह वैसी ही हैं, जैसा की बतौर बल्लेबाज आप अनुभव करना चाहते हो. मेरे लिए यह बल्ले और गेंद का बेहतरीन संतुलन है.'
एल्गर ने कहा, 'साउथ अफ्रीका में पिचों पर बल्लेबाजों के मुकाबले गेंदबाजों को ज्यादा मदद मिलती है. मगर बतौर बल्लेबाज आपको थोड़ा हटकर यहां खुद को अप्लाई करना होगा. मानसिक रूप से मजबूत और अनुशासित होना होगा. बहुत सरल बनें और गेम प्लान बनाकर उसे लागू करें. आगे बढ़ने के लिए कोई बहाना नहीं है.'
अपना आखिरी मैच खेल रहे एल्गर बोले, 'आपको मैच में पूरी तरह झोंकना होगा. यह हर एक ग्राउंड में लागू होता है. खासकर साउथ अफ्रीका में यह चीज कुछ ज्यादा ही देखने को मिलती है.'