इतिहास के पन्नों में 16 नवंबर 2013 का दिन हमेशा के लिए दर्ज है. मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में इसी दिन क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया था. वेस्टइंडीज के खिलाफ 14 नवंबर को शुरू हुए मुंबई टेस्ट के दूसरे दिन (15 नवंबर) सचिन 74 रन बनाकर लौटे. अगले दिन (16 नवंबर) भारत की विंडीज पर पारी और 126 रनों से जीत के साथ ही सचिन के 24 साल 1 दिन के सफर का समापन हुआ.
सबसे बढ़कर इसी दिन क्रिकेट के करोड़ों प्रशंसकों ने एक युग को खत्म होते देखा था. उनका विदाई भाषण भी दिल को छू लेना वाला रहा. क्रिकेट से विदा लेते हुए उन्होंने कहा था- फैंस के 'सचिन...सचिन...' शब्द उनके जेहन में हमेशा गूंजते रहेंगे. कीर्तिमानों की झड़ी लगाते हुए सचिन ने कुल 200 टेस्ट मैच खेले.
24 साल के करियर के दौरान सचिन ने टेस्ट क्रिकेट में 53.78 की औसत से 15921 रन बनाए. इस दौरान उन्होंने 51 टेस्ट शतक और 68 अर्धशतक जमाए. सचिन के नाम 463 वनडे इंटरनेशनल मैचों में 44.83 के एवरेज से 18426 रन हैं, जिसमें उनके 49 शतक और 96 अर्धशतक शामिल हैं. यानी अंतरराष्ट्रीय करियर में 100 शतक लगाने का अनोखा कारनामा उनके नाम दर्ज है.
सबसे लंबा टेस्ट करियर चलने की बात करें, तो सचिन (24 साल और 1 दिन) पांचवें स्थान पर हैं. इंग्लैंड के गुजरे जमाने के दिग्गज हरफनमौला खिलाड़ी विल्फ्रेड रोड्स का टेस्ट करियर 30 साल से अधिक समय (30 साल और 315 दिन) तक चला.
ये वही विल्फ्रेड रोड्स हैं, जिन्होंने अपने करियर की शुरुआत 11वें नंबर के बल्लेबाज के रूप में की, लेकिन अपने जोरदार प्रदर्शन से पारी की शुरुआत तक पहुंचे. इंग्लैंड के इस दिग्गज क्रिकेटर ने 1110 फर्स्ट क्लास (1898-1930) मैच खेले थे. उनके अलावा किसी और खिलाड़ी ने अब तक हजार मैचों का आंकड़ा नहीं छुआ है.
सबसे लंबा टेस्ट करियर
1. विल्फ्रेड रोड्स (इंग्लैंड) - 30 साल 315 दिन, 58 मैच
2. ब्रायन क्लोज (इंग्लैंड) - 26 साल 356 दिन, 22 मैच
3. फ्रैंक वूली (इंग्लैंड) - 25 साल 13 दिन, 64 मैच
4. जॉर्ज हैडली (वेस्टइंडीज) - 24 साल 10 दिन, 22 मैच
5. सचिन तेंदुलकर (भारत) - 24 साल 1 दिन, 200 मैच