पाकिस्तान (Pakistan) इस वक्त ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऐतिहासिक घरेलू सीरीज़ का आयोजन कर रहा है. टेस्ट मैच के बाद वनडे भी होने हैं, लेकिन इस बीच फैन्स को लेकर हैरान करने वाली खबर आई है. पाकिस्तान के लाहौर में स्थित ऐतिहासिक गद्दाफी मैदान का नाम बदलने वाला है. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष रमीज़ राजा ने इसका ऐलान किया है.
रमीज़ राजा का कहना है कि स्पॉन्सरशिप को ध्यान में रखते हुए इस मैदान के नाम को बदला जाएगा, ताकि बोर्ड की इनकम बढ़ सके. हालांकि, इसके पीछे जब राजनीतिक मंशा को लेकर सवाल खड़े किए गए, तब उन्होंने कहा कि इसका कोई भी पॉलिटिकल एजेंडा नहीं है.
पाकिस्तान का यह ऐतिहासिक स्टेडियम 1959 में बना था, जब यह लाहौर स्टेडियम (Lahore Stadium) था. उसके बाद 1974 में जब यहां लीबिया के राष्ट्रपति मुअम्मर अल-गद्दाफ़ी ने यहां एक भाषण दिया था, जिसके बाद मैदान का नाम उन्हीं पर कर दिया गया था और तभी से यह गद्दाफी स्टेडियम बना.
कई स्पॉन्सर अभी से संपर्क में
रमीज़ राजा के मुताबिक, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड कई कंपनियों के संपर्क में है और जल्द ही चीज़ें फाइनल होने के बाद स्टेडियम का नया नाम तय कर दिया जाएगा. सिर्फ लाहौर स्टेडियम ही नहीं बल्कि कराची के नेशनल स्टेडियम को लेकर भी यही प्रस्ताव दिया गया है.
बता दें कि रमीज़ राजा ने जब से पीसीबी की कमान संभाली है, उनका फोकस रेवेन्यू बढ़ाने पर रहा है. यही कारण है कि अब पाकिस्तान सुपर लीग में भी ऑक्शन प्रणाली लाने की तैयारी है, ताकि टीमों और प्लेयर्स के लिए ज्यादा पैसे कमाने की खिड़की को खोला जाए. रमीज़ राजा ने हाल ही में बयान दिया था कि अगर पीएसएल में ऑक्शन सिस्टम आता है, तो इंटरनेशनल प्लेयर्स आईपीएल में नहीं जाएंगे.