IND vs SA: टीम इंडिया को जोहानिसबर्ग टेस्ट मैच में सात विकेट से हार का सामना करना पड़ा. गुरुवार को मुकाबले के चौथे दिन साउथ अफ्रीकी टीम ने भारत को सात विकेट से मात दे दी. अब केपटाउन में 11 जनवरी से होने वाला मुकाबले में भारतीय टीम जीत दर्ज कर सीरीज पर कब्जा करना चाहेगी.
भारत की हार के बाद कुछ बल्लेबाजों के शॉट सेलेक्शन पर सवाल उठ रहे हैं. इस लिस्ट में विकेटकीपर ऋषभ पंत का नाम सबसे आगे है. दूसरी पारी में तो ऋषभ पंत के आउट होने के तरीके पर कुछ ज्यादा ही प्रश्न खड़े हो रहे हैं. पंत उस पारी में अपनी तीसरी ही गेंद पर कैगिसो रबाडा के खिलाफ आक्रामक शॉट खेलने के प्रयास में खाता खोले बगैर पवेलियन चलते बने थे.
अब हेड कोच राहुल द्रविड़ ने ऋषभ पंत को लेकर बड़ी बात कही है. द्रविड़ का कहना है कि पंत को आक्रामक शॉट खेलने से कोई रोकने नहीं जा रहा है. लेकिन इससे पहले उन्हें क्रीज पर कुछ समय बिताकर परिस्थितियों से अवगत होना चाहिए. साथ ही, द्रविड़ ने उम्मीद जताई कि ऋषभ समय के साथ-साथ और बेहतर होते जाएंगे.
द्रविड़ ने भारत की सात विकेट से हार के बाद कहा, 'हम जानते हैं कि ऋषभ सकारात्मक एवं एक विशेष तरीके से खेलते हैं. इससे उन्हें थोड़ी बहुत सफलता मिली है. लेकिन हां, निश्चित रूप से ऐसे समय होंगे, जब हम उनके साथ कुछ लेवल की बातचीत करने जा रहे हैं. बस उस शॉ को खेलने के लिए समय का थोड़ा सा चयन करना होता है. पंत सीख रहे हैं, वह सुधार करते रहेंगे और बेहतर होते जाएंगे.'
द्रविड़ ने कहा, 'कोई भी यह कहने नहीं जा रहा है कि ऋषभ को सकारात्मक एवं आक्रामक खिलाड़ी नहीं बनना चाहिए. लेकिन कभी-कभी ऐसा करने के लिए समय चुनने की आवश्यकता होती है. मुझे लगता है कि जब आप क्रीज पर आते हैं, तो शायद खुद को कुछ समय दे सकते हैं, थोड़ा और समय देना उचित हो सकता है. लेकिन देखिए अंत में हम जानते हैं कि हमें ऋषभ के रहने से क्या मिल रहा है. वह वास्तव में सकारात्मक खिलाड़ी है, वह ऐसे व्यक्ति हैं जो हमारे लिए बहुत जल्दी खेल के परिदृश्य को बदल सकते हैं.'
द्रविड़ ने बताया, ' इसलिए आप स्वाभाविक रूप से उन्हें उससे दूर नहीं ले जाएंगे और उन्हें कुछ अलग बनने के लिए कहेंगे. कभी-कभी यह सिर्फ यह पता लगाने के बारे में होता है कि आक्रमण करने का सही समय क्या है, जिसके लिए शायद थोड़ा कठिन समय से आपको गुजरना पड़ता है. यह समय आपके लिए खेल या इनिंग्स को सेट करता है.'