पाकिस्तान के महालेखाकार (Auditor General of Pakistan) ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) की वित्तीय गतिविधियों में करोड़ों रुपये की अनियमितताओं, अवैध नियुक्तियों और बिना प्रतियोगिता के ठेके दिए जाने की बात उजागर की है. ऑडिट रिपोर्ट में कई गंभीर मामलों का जिक्र किया गया है, जिनमें सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात पुलिस के भोजन के लिए 6.339 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया, जो नियमों के अनुसार नहीं था.
अवैध नियुक्तियां और अनुचित भुगतान
रिपोर्ट के अनुसार, कराची में हाई परफॉर्मेंस सेंटर पर अंडर-16 कोचों की अवैध नियुक्ति की गई, जिन पर कुल 54 लाख रुपये खर्च किए गए. साथ ही टिकटिंग कॉन्ट्रैक्ट बिना खुली प्रतियोगिता के दिए गए, जो नियमों का उल्लंघन है.
इसके अलावा, मैच अधिकारियों को मैच फीस के नाम पर 38 लाख रुपये का अतिरिक्त भुगतान किया गया. रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि अक्टूबर 2023 में मीडिया डायरेक्टर की नियुक्ति भी पूरी तरह से अनियमित रही. यह पद 17 अगस्त को विज्ञापित किया गया था, लेकिन आवेदन, मंजूरी, नियुक्ति पत्र, अनुबंध और कार्यभार ग्रहण – यह सब कुछ एक ही दिन यानी 2 अक्टूबर 2023 को कर लिया गया.
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चेयरमैनों का बार-बार बदलाव और खर्चों में गड़बड़ी
PCB में जून 2023 से जुलाई 2024 के बीच दो अलग-अलग चेयरमैन रहे – ज़का अशरफ और मोसिन नक़वी. दिसंबर 2022 में पूर्व कप्तान रमीज राजा को हटाए जाने के बाद से बोर्ड में लगातार बदलाव हुए हैं. तब से अब तक तीन चेयरमैन रह चुके हैं – नजम सेठी (दिसंबर 2022-जून 2023), ज़का अशरफ (जून 2023-जनवरी 2024) और मोसिन नक़वी (फरवरी 2024 से अब तक).
रिपोर्ट में बताया गया कि फरवरी से जून 2024 के बीच चेयरमैन को यूटिलिटी बिल, पेट्रोल और आवास के नाम पर 41.7 लाख रुपये का भुगतान किया गया, जबकि उस समय वह देश के गृह मंत्री भी थे और उनके सभी भत्ते सरकारी नियमों के तहत पहले से ही कवर थे.
ठेकों में पारदर्शिता की कमी और अरबों का नुकसान
ऑडिटर जनरल ने यह भी बताया कि PCB द्वारा करोड़ों की राशि बिना किसी अधिकृत प्रक्रिया या टेंडर के खर्च की गई. उदाहरण के लिए:
* बुलेटप्रूफ वाहनों के डीज़ल पर 1.98 करोड़ रुपये खर्च
* कोस्टर (मिनी बस) किराए पर लेने में 2.25 करोड़ रुपये खर्च
* मीडिया राइट्स कम रेट पर बेचने से 19.8 करोड़ रुपये का नुकसान
* USD 99 मिलियन के अंतरराष्ट्रीय ब्रॉडकास्टिंग राइट्स बिना टेंडर दिए गए
* 5.3 अरब रुपये के स्पॉन्सरशिप फंड की रिकवरी नहीं की गई
अब तक कोई जवाबदेही नहीं
यह पहली बार नहीं है जब PCB की वित्तीय कार्यप्रणाली पर सवाल उठे हैं. इससे पहले भी महालेखाकार कई बार बोर्ड की कार्यशैली पर सवाल उठा चुका है, लेकिन आज तक किसी भी चेयरमैन को जवाबदेह नहीं ठहराया गया. बल्कि नजम सेठी और ज़का अशरफ जैसे अधिकारी एक से ज्यादा बार चेयरमैन रह चुके हैं.