साउथ अफ्रीका ने लॉर्ड्स में खेले गए टेस्ट मैच में इंग्लैंड को पटकनी देकर कमाल कर दिया. साउथ अफ्रीका ने मेज़बान टीम को सिर्फ 3 दिन के खेल में ही धूल चटा दी. इस ज़बरदस्त जीत के बाद साउथ अफ्रीका के कप्तान डीन एल्गर का एक बयान सुर्खियों में हैं, जिसमें वह अपनी टीम और देश के क्रिकेट का दर्द बयां करते दिख रहे हैं.
इंग्लैंड के खिलाफ ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के बाद डीन एल्गर जब मीडिया से मुखातिब हुए तब उन्होंने कहा कि मैच काफी जल्दी खत्म हो गया, हमें लगा था कि इंग्लैंड की ओर से कुछ फाइट-बैक दिखाई जाएगी लेकिन ऐसा हो नहीं पाया.
अफ्रीकी कप्तान ने इस दौरान कहा कि जिस तरह का खेल हमने दिखाया है, मुझे लगता है कि हमें ज्यादा टेस्ट मैच खेलने चाहिए. लेकिन मैं इस बारे में कुछ ज्यादा नहीं बोल सकता हूं क्योंकि अगर मैंने कुछ कहा तो मैं मुश्किल में पड़ सकता हूं.
डीन एल्गर का ये बयान तब आया है, जब आईसीसी द्वारा हाल ही में फ्यूचर प्रोग्राम का ऐलान किया गया है. इसमें 2023 से 2028 तक के कैलेंडर में साउथ अफ्रीका के खाते में सिर्फ 28 टेस्ट मैच आए हैं, जबकि इंग्लैंड की टीम सबसे ज्यादा 43 टेस्ट मैच खेलेगी.
आईसीसी के फ्यूचर प्रोग्राम के तहत इंग्लैंड (43), ऑस्ट्रेलिया (40), भारत (38), बांग्लादेश (34), न्यूजीलैंड (32), साउथ अफ्रीका (28), पाकिस्तान (27), वेस्टइंडीज़ (26), श्रीलंका (25), अफगानिस्तान (21), जिम्बाब्वे (20), आयरलैंड (12) टेस्ट मैच खेलेंगे.
लॉर्ड्स टेस्ट में ऐसे जीता था अफ्रीका
आपको बता दें कि लॉर्ड्स में खेले गए पहले टेस्ट में साउथ अफ्रीका ने इंग्लैंड को पारी और 12 रनों से मात दी. इंग्लैंड ने इस मैच में पहली पारी में 165 और दूसरी पारी में 149 रन बनाए. जबकि साउथ अफ्रीका ने अपनी एक ही पारी में 326 रन बना लिए थे. साउथ अफ्रीका की तरफ से इस मैच में जीत के हीरो तेज़ गेंदबाज़ रहे.
कगिसो रबाडा ने पहली पारी में 5 विकेट लिए, जबकि दूसरी पारी में भी उन्हें 2 विकेट मिले. वहीं एनरिक नॉर्किया ने दोनों पारियों में 3-3 विकेट लिए और इंग्लैंड की बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी. इंग्लैंड को जिस तरह उसी के घर में सिर्फ तीन दिनों के भीतर रौंदा गया, उससे उसकी बैज़बॉल रणनीति की काफी आलोचना हुई.