वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम का प्रदर्शन पिछले 5-10 सालों में कुछ खास नहीं रहा है. खासकर टेस्ट एवं वनडे क्रिकेट में तो इस टीम ने काफी संघर्ष किया हैं. लेकिन एक वक्त ऐसा भी था जब विंडीज टीम की तूती बोलती थी और क्रिकेट में उसका एकछत्र राज हुआ करता था. इसी कड़ी में वेस्टइंडीज की टीम ने 47 साल पहले आज ही के दिन (21 जून) लॉर्ड्स में इतिहास रचा था.
तब क्लाइव लॉयड की कप्तानी में वेस्टइंडीज ने पहली बार आयोजित हुए वर्ल्ड कप का पहला खिताब अपने नाम किया. इसके बाद वेस्टइंडीज ने 1979 वर्ल्ड कप में भी शानदार खेल दिखाते हुए लगातार दूसरा बार ट्रॉफी पर कब्जा किया. फिर लॉयड की ही कप्तानी में विंडीज टीम ने 1983 के विश्व कप फाइनल में पहुंचने में कामयाब रही थी. जहां उसे भारतीय टीम ने शिकस्त दी.
भारत को मिली एक मैच में जीत
1975 का क्रिकेट विश्व कप 7-21 जून तक इंग्लैंड में खेला गया था. इस पहले विश्व कप में कुल आठ टीमों ने भाग लिया था. ग्रुप-ए में इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, भारत और पूर्वी अफ्रीका की टीमें थीं. वहीं ग्रुप-बी में वेस्टइंडीज, ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान और श्रीलंका को रखा गया था. भारत की बात करें तो वह तीन मुकाबले में से केवल एक ही में जीत दर्ज कर सकी जिसके चलते वह सेमीफाइनल में नहीं पहुंच पाई. गौरतलब है कि एस. वेंकटराघवन 1975 के विश्व कप में टीम के कप्तान थे.
ग्रुप-ए से इंग्लैंड और न्यूजीलैंड की टीम सेमीफाइनल में पहुंची, वहीं ग्रुप-बी से वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया ने यह उपलब्धि हासिल की. फिर पहला सेमीफाइनल मैच इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुआ, जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने चार विकेट से जीत दर्ज की. इसके बाद दूसरे सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज की टीम ने न्यूजीलैंड पर पांच विकेट से जीत हासिल की. ऐसे में फाइनल मुकाबले में दो तगड़ी टीमें ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज आमने-सामने हुईं.
क्लाइव लॉयड का फाइनल में शतक
फाइनल मुकाबले में वेस्टइंडीज ने उम्मीदों के मुताबिक खेल दिखाते हुए 17 रनों से जीत हासिल कर खिताब पर कब्जा जमा लिया. टॉस हाकर पहले बैटिंग करते हुए वेस्टइंडीज ने 60 ओवर्स में आठ विकेट पर 291 रन बनाए थे. क्लाइव लॉयड ने 102 और रोहन कन्हाई ने 55 रनों की शानदार पारी खेली. जवाब ने ऑस्ट्रेलियाई टीम 58.4 ओवर में 274 रन बनाकर आउट हो गई. ऑस्ट्रेलिया के लिए इयान चैपल ने 62 और एलन टर्नर ने 40 रनों का योगदान दिया. खास बात यह रही कि फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई टीम के पांच बल्लेबाज रन आउट हुए.