न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज ब्रेंडन मैक्लम ने खुलासा किया है कि इस समय टीम में मौजूद सबसे अनुभवी खिलाड़ी रॉस टेलर बतौर कप्तान टीम के अन्य सदस्यों के साथ विचारों का आदान-प्रदान करने में असफल रहे थे. मैक्लम ने अपनी आत्मकथा 'डिक्लेयर' में टेलर के साथ अपने मनमुटाव पर पूरा अध्याय ही लिख डाला है.
'टेलर साथी खिलाड़ियों से ठीक तरह से बात नहीं करते थे'
मैक्लम ने टेलर की कप्तानी और उन घटनाओं के बारे में विस्तार से लिखा है, जिसके कारण उन दोनों के बीच मनमुटाव हुआ. किवी टीम को पिछले साल हुए विश्व कप के फाइनल तक पहुंचाने वाले मैक्लम ने हालांकि कहा है कि टेलर की कप्तानी छीनने में उनकी कोई भूमिका नहीं थी.
मैक्लम ने खूब किए खुलासे
मैक्लम ने अपनी पुस्तक के हवाले से लिखा है, 'टीम बैठकों में कोच माइक हेसन पहले सभी के विचार जानते थे और फिर रॉस टेलर से उन विचारों पर मंथन कर निष्कर्ष निकालने के लिए कहते और आगे उठाए जाने वाले कदमों पर अपना विचार रखने के लिए कहते. लेकिन टेलर सिर्फ सभी खिलाड़ियों का आभार व्यक्त कर देते.'
'रॉस एक शब्द भी कुछ नहीं कहता था'
मैक्लम ने आगे लिखा है, 'रॉस कुछ नहीं कहता था. एक शब्द भी नहीं. पता नहीं वह क्या सोचता रहता था? मेरे पास कोई विचार नहीं है. रॉस पर लगभग सभी परिस्थितियों में विश्वास किया जा सकता था. उसने कोच हेसन के सामने कोई विकल्प नहीं छोड़ा था.' टेलर की कप्तानी में न्यूजीलैंड टीम दिसंबर, 2012 में श्रीलंका के खिलाफ पहली बार कोई टेस्ट सीरीज जीतने में सफल रही थी, लेकिन टेलर ने इसके ठीक बाद पद से इस्तीफा दे दिया और दौरे से साउथ अफ्रीका लौट गए, जिसके कारण मैक्लम को कप्तान चुना गया.