पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने बड़ा फैसला लेते हुए टीम के टेस्ट कोच अजहर महमूद से अपना संबंध समाप्त कर दिया है. फिलहाल यह पद खाली है और बोर्ड अब पाकिस्तान की अगली टेस्ट सीरीज से पहले नए हेड कोच की तलाश में जुट गया है. अजहर महमूद को 2024 में टेस्ट टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया गया था, जब जेसन गिलेस्पी ने पद छोड़ा था.
पूर्व पाकिस्तान ऑलराउंडर अजहर महमूद इससे पहले भी राष्ट्रीय टीम के साथ अलग-अलग भूमिकाओं में काम कर चुके हैं. उन्होंने गेंदबाजी कोच, सहायक कोच और अंतरिम कोच के तौर पर पाकिस्तान टीम की सेवा दी थी. हालांकि, अब पीसीबी ने समय से पहले उनका कार्यकाल समाप्त करने का फैसला किया है. लेकिन ये कोई नया मामला नहीं है जब कोई कोच पाकिस्तान में नहीं टिका हो. पिछले 4 साल से यही कहानी देखने को मिली है. 4 साल में 6 कोच पाक टीम का साथ छोड़ चुके हैं.
समय से पहले क्यों लिया गया फैसला?
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान की अगली टेस्ट सीरीज मार्च 2026 में खेली जानी है, जबकि अजहर महमूद का अनुबंध भी मार्च 2026 में ही समाप्त हो रहा था. ऐसे में पीसीबी ने यह निष्कर्ष निकाला कि बोर्ड के लिए यह बेहतर होगा कि वह पहले से ही अगले टेस्ट चक्र की योजना बनाना शुरू करे और नए कोच को समय रहते नियुक्त किया जाए.
पीसीबी से जुड़े एक सूत्र ने कहा, 'चूंकि अजहर का कॉन्ट्रैक्ट मार्च में खत्म हो रहा है और पाकिस्तान की टेस्ट सीरीज भी मार्च 2026 से शुरू होगी, इसलिए बोर्ड के लिए यह सही समय है कि वह नए हेड कोच की योजना अभी से बनाए.'
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि पीसीबी सिर्फ हेड कोच ही नहीं, बल्कि टेस्ट टीम के सपोर्ट स्टाफ में भी बदलाव कर सकता है. इसका उद्देश्य टीम के प्रदर्शन में निरंतरता और बेहतर योजना बनाना है.
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हफीज के हटने पर कोच बने थे महमूद
अजहर महमूद उस समय कोचिंग चर्चा में आए थे, जब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने मोहम्मद हफीज को उनके पद से हटा दिया था. इसके बाद अप्रैल 2024 में उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर खेली गई पांच मैचों की टी20 अंतरराष्ट्रीय सीरीज के लिए पाकिस्तान टीम का कोच बनाया गया था. बाद में उन्हें टेस्ट टीम की जिम्मेदारी सौंपी गई.
हालांकि, अजहर के कार्यकाल के दौरान पाकिस्तान की टेस्ट टीम ज्यादा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेल पाई, जिससे उनके कोचिंग प्रभाव का सही आकलन भी नहीं हो सका.
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2019 वर्ल्ड कप के बाद पाकिस्तान के कोच
2019 विश्व कप के बाद से पाकिस्तान टीम में कोचिंग पद पर काफी बदलाव देखने को मिले हैं.
* मिस्बाह-उल-हक (2019–2021)
* सकलैन मुश्ताक (2021–2023)
* अब्दुल रहमान (2023)
* ग्रांट ब्रैडबर्न (2023)
* मोहम्मद हफीज (2023–2024)
* अजहर महमूद (2024)
क्यों पाक टीम के साथ कोई नहीं टिकता
लगातार बदलावों से यह साफ है कि पाकिस्तान क्रिकेट में सबकुछ ठीक नहीं है. टीम के अंदरूनी और बाहरी दबाव को लेकर कई बार कोच खुलकर सवाल भी उठा चुके हैं. 2019 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान की हुई किरकिरी के बाद ये बात खुलकर सामने आई थी कि बाहरी लोग पाकिस्तान क्रिकेट पर खूब दबाव बनाते हैं. यहां तक की उनकी प्लेइंग इलेवन में भी उनका दखल होता है. कोच के व्यवहार पर भी निगरानी होती है. इसलिए काम करना आसान नहीं होता है.