टीम इंडिया में कप्तान और कोच के बीच पावर की लड़ाई में वो खिलाड़ी हार गया जिसने सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली से ज्यादा मैच भारत को जिताए थे. वो खिलाड़ी जो पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के लिए ऐसा तुरुप का इक्का था जो हर मुश्किल घड़ी में मैच को भारत के पक्ष में मोड़ने का माद्दा रखता था. अनिल कुंबले के इस्तीफे से देश के करोड़ों क्रिकेट फैंस निराश हैं. हालांकि कोच के रूप में कुंबले का कार्यकाल महज एक साल का रहा लेकिन उनका रिकॉर्ड शानदार रहा और उन्होंने ऐसी लकीर खींची है जिसे छोटी कर पाना टीम इंडिया के किसी भी नए कोच के लिए एक बड़ी चुनौती होगी.
शानदार खिलाड़ी बेहतरीन कोच
अनिल कुंबले को साल 2016 में भारतीय क्रिकेट टीम का कोच बनाया गया था. सबसे पहले उनकी कोचिंग के दौरान टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज के खिलाफ उसी के घर में टेस्ट सीरीज 2-0 से जीती. इसके बाद अपनी धरती पर न्यूजीलैंड को 3-0 से हराया. इंग्लैंड से 4-0 से सीरीज जीती. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने मैदान पर 2-1 से टेस्ट सीरीज पर कब्जा जमाया फिर बांग्लादेश को एक शून्य में मात दी. टेस्ट मैच में टीम इंडिया का जबरदस्त प्रदर्शन रहा.
वनडे में हिट रही टीम इंडिया
टेस्ट मैच के बाद वनडे मुकाबलों की बात करें तो टीम इंडिया का प्रदर्शन यहां भी बेहद शानदार रहा. न्यूजीलैंड के खिलाफ पांच वनडे मैचों की सीरीज 3-2 से जीती. इंग्लैंड के खिलाफ 2-1 से सीरीज पर कब्जा जमाया और आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल तक का सफर तय किया.
टी20 में टीम इंडिया का प्रदर्शन
टी ट्वेंटी मुकाबलों की बात करें तो टीम इंडिया को अमेरिका में वेस्टइंडीज के खिलाफ एक-शून्य से हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ तीन टी ट्वेंटी की सीरीज में 2-1 से उसे जीत मिली.
कुंबले की देखरेख में टीम इंडिया का प्रदर्शन
कुल मिलाकर कहा जाए तो कोच अनिल कुंबले की देखरेख में भारतीय टीम ने 17 टेस्ट मैच खेले जिनमें से 12 में उसे जीत मिली, एक में हार और चार मैच ड्रॉ रहे. टीम इंडिया की जीत का प्रतिशत 70.59 का रहा. 13 वनडे मुकाबलों में भारत ने आठ में जीत दर्ज की पांच में हार मिली यानी जीत का प्रतिशत रहा 61.53 रहा. टी ट्वेंटी मुकाबलों की बात करें तो भारत ने 5 अंतरराष्ट्रीय टी ट्वेंटी मुकाबलों में हिस्सा लिया जिसमें दो में जीत मिली और दो में हार और एक का कोई नतीजा नहीं निकला. भारतीय टीम की जीत का प्रतिशत रहा 40 का. बाहरहाल अनिल कुंबले अब टीम इंडिया के कोच नहीं हैं लेकिन कप्तान से जिस मनमुटाव के चलते उनको पद छोड़ना पड़ा, उसका चलते विराट कोहली के हर एक्शन पर क्रिकेट जानकारों और फैंस की निगाह रहेंगी.