IND vs SA: कप्तान विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट में हालिया फॉर्म उतना अच्छा नहीं रहा है. पिछले हफ्ते सेंचुरियन टेस्ट की दोनों पारियों में कोहली ऑफ-स्टंप से बाहर की गेंद पर आउट हुए. विराट कोहली गेंद को छोड़ सकते थे, लेकिन कवर रीजन में शॉट खेलने का लालच उनपर भारी पड़ गया.
कोहली के इस तरीके से आउट होने पर दिगगज क्रिकेटर उन्हें सचिन तेंदुलकर से सीख लेनी की सलाह दे रहे हैं. 2003-4 के ऑस्ट्रेलिया दौरे में तेंदुलकर इसी तरीके से आउट हो रहे थे. लेकिन सिडनी टेस्ट में उन्होंने एक भी कवर ड्राइव नहीं खेला, नतीजतन उन्होंने पहली पारी में नाबाद 241 रनों की पारी खेल दी थी.
अब पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने विराट कोहली को लेकर बयान दिया है. चोपड़ा भी उस प्रसिद्ध सिडनी टेस्ट का हिस्सा थे. चोपड़ा ने कहा कि कोहली शायद ही तेंदुलकर के दृष्टिकोण को अपनाएंगे, लेकिन भारत के कप्तान अपने फॉर्म को वापस पाने के लिए थोड़ा और धैर्य दिखा सकते हैं.
आकाश चोपड़ा ने स्टार स्पोर्ट्स से कहा, 'कोहली थोड़ा और धैर्य दिखा सकते हैं. याद कीजिए नए साल का टेस्ट मैच, सिडनी 2004, जब सचिन तेंदुलकर ने एक भी कवर ड्राइव नहीं खेला था. इससे पहले वह कवर ड्राइव खेलने के चक्कर में आउट हो रहे थे. मैं यह नहीं कह रहा हूं कि वह उस रास्ते से हट जाएं क्योंकि सचिन के पास विराट की तुलना में अधिक शॉट थे, लेकिन फिर भी यह नुस्खा हो सकता है.'
उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि कोहली को बाउंसर खेलने में कोई समस्या है. यह सिर्फ यह जानने के बारे में है कि आपका ऑफ स्टंप कहां है. उछाल पर उन्हें भरोसा करना चाहिए ताकि वह गेंद को थोड़ा और छोड़ सकें. बाउंसर पर आपको गेंद की लाइन को गलत तरीके से पढ़ने की भी जरूरत नहीं है; आप बोल्ड नहीं होने जा रहे हैं क्योंकि गेंद स्टंप्स के ऊपर जा रही होगी.'
हालांकि, कोहली पीठ में जकड़न के कारण दूसरा टेस्ट नहीं खेल रहे हैं. नए साल में अब उनके क्रिकेट अभियान की शुरुआत केपटाउन में 11 जनवरी से शुरू हो रहे तीसरे टेस्ट मैच के जरिए होगी. दो साल से इंटरनेशनल क्रिकेट में शतक का इंतजार कर रहे विराट कोहली का लक्ष्य न्यूलैंड्स में 2022 की शानदार शुरुआत करने पर होगा.