इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल 2025) में धोनी की चेन्नई सुपरकिंग्स का सफर भले ही निराशाजनक रहा हो. लेकिन कुछ युवा खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन का लोहा मनवाया है. टीम के कुछ युवा खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से भविष्य की उम्मीदें जगा दी हैं. इनमें आयुष म्हात्रे, उर्विल पटेल, डेवाल्ड ब्रेविस, अंशुल कम्बोज और नूर अहमद जैसे खिलाड़ियों ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है, जो ये बताती है कि सीएसके का भविष्य काफी उज्ज्वल है.
आयुष म्हात्रे
17 साल के इस युवा बल्लेबाज ने अपने पहले आईपीएल सीजन में ही सबका ध्यान खींचा है. आयुष राजस्थान रॉयल्स के 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी के साथ अंडर-19 में अपनी चमक बिखेर चुके हैं. RCB के खिलाफ मैच में 48 गेंदों में 94 रन की पारी खेलकर आयुष ने अपना लोहा मनवाया. आयुष ने इस सीजन 6 मैच में ही 200 रन का आंकड़ा पार कर लिया है. बड़े-बड़े गेंदबाजों के सामने आयुष ने जिस तरह का शॉट खेला वो साबित करता है कि वो बड़े मैच के प्लेयर हैं.
उर्विल पटेल ने भी दिखाया दम
इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने KKR के खिलाफ अपने डेब्यू मैच में 11 गेंदों में 31 रन बनाकर सबको चौंका दिया. उनकी स्ट्राइक रेट 281.82 रही. खास बात ये है कि उर्विल विकेटकीपिंग भी करते हैं. नेट में उन्हें धोनी से स्टंपिंग स्किल्स सीखने का मौका मिला है. ऐसे में उन्हें भविष्य में धोनी के उत्तराधिकारी के तौर पर देखा जा सकता है.
डेवाल्ड ब्रेविस – मध्यक्रम की मजबूती
दक्षिण अफ्रीका के इस बल्लेबाज ने KKR के खिलाफ 22 गेंदों में 50 रन की तेज पारी खेलकर CSK की जीत में अहम भूमिका निभाई. उनकी आक्रामक बल्लेबाजी ने टीम को मुश्किल समय में सहारा दिया. इस सीजन ब्रेविस ने केवल 5 मैच में ही 168 रन बनाए हैं. राजस्थान के खिलाफ मैच में भी ब्रेविस ने तूफानी पारी खेली. जिसने उम्मीद जताई है कि भविष्य में वो मध्यक्रम के अच्छे बल्लेबाज हो सकते हैं.
नूर अहमद – स्पिन का जादूगर
अफगानिस्तान के इस युवा स्पिनर ने सीजन में 13 मैच में 21 विकेट झटके हैं. Purple Cap की दौड़ में वो दूसरे नंबर पर हैं. उनसे आगे केवल प्रसिद्ध कृष्णा हैं. लेकिन नूर की गेंदबाजी इस सीजन काफी प्रभावी नजर आई है. जो अश्विन के बाद नूर को टीम का सबसे अहम गेंदबाज बना सकती है.
अंशुल कम्बोज – नई गेंद का उभरता सितारा
24 वर्षीय इस तेज गेंदबाज ने अपने सीम मूवमेंट और नियंत्रण से सबको प्रभावित किया. अंशुल ने 7 मैच में भले ही केवल 5 विकेट चटकाए हों, लेकिन उन्होंने जिस अंदाज में गेंदबाजी की है, उसने सभी को प्रभावित किया है. खुद धोनी ने अंशुल की तारीफ की थी.
हाल ही में हेड कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने भी माना है कि युवा खिलाड़ियों के प्रदर्शन से टीम मैनेजमेंट को अगले सीजन की प्लानिंग में स्पष्टता मिलेगी. बल्लेबाजी क्रम का स्थायित्व, गेंदबाजी में विविधता और युवा जोश, यह कॉम्बिनेशन CSK को 2026 में खतरनाक टीम बना सकता है.