भारतीय टीम के पूर्व मेंटल कंडीशनिंग कोच पैडी अप्टन ने अपनी किताब में हैरान कर देने वाली बात कही है. उन्होंने अपनी नई किताब ‘द बेयरफुट कोच’ में टीम इंडिया को लेकर ऐसी बातें लिखी हैं और ऐसे खुलासे किए हैं जिसे जानकर कोई भी हैरान हो सकता है. इसमें उन्होंने अपनी सबसे बड़ी गलती उस फैसले को बताया है जिसमें उन्होंने मैच से पहले खिलाड़ियों को सेक्स की सलाह दी थी. (तस्वीरें- फेसबुक पेज)
पैडी अप्टन भारतीय टीम के पूर्व मेंटल कंडीशनिंग कोच के साथ-साथ आईपीएल की टीम राजस्थान रॉयल्स के मुख्य कोच भी हैं. हाल में आई उनकी किताब ने क्रिकेट जगत में तहलका मचा दिया है. इस किताब में अप्टन ने बहुत से खुलासे किए हैं.
इस किताब में अप्टन ने संबंध बनाने वाली बात पर सफाई दी है और लिखा, 'मैंने टीम इंडिया के खिलाड़ियों को कुछ भी करने के लिए नहीं कहा था. मैं तो बस बता रहा था, इसके बाद मीडिया ने जो संदर्भ लिया, वह मात्र जोक था जो मैंने उन्हें बताया था. इंडियन प्लेयर्स को ऐसा करने का सुझाव नहीं दिया था. हालांकि, यह मेरी सबसे बड़ी गलती थी.'
उन्होंने इस किताब में बताया कि कैसे गैरी कर्स्टन को उनकी बात पर गुस्सा आ गया था. पैडी के मुताबिक उन्होंने मैच से पहले खिलाड़ियों को शारीरिक संबंध बनाने की सलाह मात्र दी थी, ऐसा उन्होंने एक जानकारी साझा करते हुए किया था.
पूर्व कोच पैडी ने अपनी किताब में 'द वॉल' राहुल द्रविड़ से लेकर गौतम गंभीर तक सब खिलाड़ियों का जिक्र किया है. उन्होंने लिखा है कि 2009 में खेले गए चैंपियन ट्रॉफी की तैयारी के दौरान वो टीम इंडिया के खिलाड़ियों के लिए नोट्स तैयार कर रहे थे. जिसमें उन्होंने सेक्स के फायदे के बारे में विस्तार से जानकारी दी थी.
कोच पैडी ने एक चैप्टर ‘ईगो एंड माय ग्रेटेस्ट प्रोफेशनल एरर’ में अपने नोट्स के बारे में जिक्र किया है. पैडी ने खिलाड़ियों के लिए तैयार किए गए नोट्स में लिखा, ‘क्या शारीरिक संबंध बनाने से आपका प्रदर्शन बेहतर होता है? हां, यह बढ़ता है.’
पैडी ने इस बात को भी बताया कि उनकी इस सलाह से उस समय के भारतीय टीम के मुख्य कोच नाराज हो गए थे. बता दें कि उस समय गैरी कर्स्टन टीम इंडिया के मुख्य कोच थे. गैरी के नाराज होने के बाद अप्टन ने उनसे इस बात के लिए माफी भी मांगी थी.
पूर्व कोच पैडी ने यह भी लिखा है कि आईपीएल के दौरान भारतीय तेज गेंदबाज श्रीसंथ ने एक बार राहुल द्रविड़ को गाली भी दी थी. इसके अलावा उन्होंने धोनी के बारे में लिखा है कि धोनी ने वनडे टीम की कप्तानी लेते ही इस बात को सुनिश्चित कर दिया था कि कोई भी अभ्यास के लिए देरी से न आए. अपनी नई किताब 'द बेयरफुट कोच' के एक कार्यक्रम के मौके पर अप्टन ने बताया कि किस तरह उस समय के टेस्ट कप्तान अनिल कुंबले और वनडे कप्तान धोनी नए तरीके और विचार लेकर आए.
उन्होंने कहा, "मैं जब भारतीय टीम के साथ जुड़ा तब अनिल कुंबले टेस्ट टीम और धोनी वनडे टीम के कप्तान थे. हमारी टीम में एक बहुत अच्छी स्वशासन की प्रक्रिया थी. हमने टीम से कहा था कि अभ्यास और टीम बैठक के लिए समय पर आना बेहद जरूरी है."
उन्होंने कहा, "इसलिए हमने टीम से कहा कि अगर कोई खिलाड़ी देरी से आता है तो ऐसी क्या चीज है जो वो छोड़ सकता है? हमने आपस में यह बात की और खिलाड़ियों ने अंतत: इसे कप्तान के जिम्मे छोड़ दिया." कुंबले ने कहा कि देर से आने वाले पर 10,000 रुपये जुर्माना लगेगा, लेकिन धोनी ने इससे भी बड़ी सजा बताई और कहा कि अगर कोई खिलाड़ी देरी से आता है तो पूरी टीम मिलकर 10,000 रुपए देगी.
अप्टन ने कहा, "टेस्ट टीम में कुंबले ने कहा था कि देरी से आने पर 10,000 का जुर्माना होगा लेकिन जब हमने वनडे टीम के कप्तान धोनी से बात की तो उन्होंने कहा कि सजा मिलनी चाहिए इसलिए अगर कोई देरी से आता है तो टीम को 10,000 रुपये का जुर्माना देना होगा. वनडे टीम में कोई भी कभी भी देरी से नहीं आता था."
अप्टन ने धोनी के शांतचित्त रहने की तारीफ की और कहा, "उनकी असल क्षमता उनका शांत रहना है. मैच में कैसी भी स्थिति हो वह शांत रहते हैं."