महिला विश्व कप का फाइनल मुकाबला 3 अप्रैल को इंग्लैड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला जाना है. यह मुकाबला क्राइस्टचर्च के हेगली ओवल में खेला जाएगा. इस मुकाबले को जीतकर दोनों टीमें अपनी विश्व कप टैली को आगे बढ़ाने की कोशिश करेंगी. इंग्लैंड ने साल 2017 के विश्व कप में भारत को हराकर चौथी बार विश्व कप फाइनल अपने नाम किया था.
इंग्लैंड ने अभी तक चार बार विश्व कप का खिताब अपने नाम किया है, वहीं ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 6 बार विश्व कप अपने नाम किया है. न्यूजीलैंड में खेला गया यह विश्व कप 12वां संस्करण था. इस टूर्नामेंट में अभी तक सिर्फ 3 टीमों ने विजेता का तमगा हासिल किया है. इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के अलावा न्यूजीलैंड ने साल 2000 में विश्व कप अपने नाम किया था.
ऑस्ट्रेलियाई टीम अभी तक इस विश्व कप में एक भी मुकाबला नहीं हारी है, विश्व कप के पहले मुकाबले से लेकर सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज के खिलाफ तक ऑस्ट्रेलियाई टीम ने शानदार खेल दिखाया है. सेमाीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज को 157 रनों से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी.
इंग्लैंड के लिए टूर्नामेंट की शुरुआत काफी खराब रही थी. इंग्लैंड ने इस टूर्नामेंट में अपने पहले 3 मुकाबलों में हार का सामना किया था. इंग्लैंड को ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था. उसे पहली जीत चौथे मुकाबले में भारत के खिलाफ मिली थी.
एक समय इंग्लैंड पर विश्व कप से बाहर होने का खतरा भी मंडरा रहा था. लेकिन भारत के खिलाफ से जीत से इंग्लैंड कमबैक किया और न्यूजीलैंड के खिलाफ करीबी मुकाबले में मिली 1 विकेट से जीत के बाद टीम ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. इंग्लैंड ने सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 137 रनों से हराया था.
इंग्लैंड की टीम महिला विश्व कप में अपने 8वें फाइनल में उतरेंगी, वहीं ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए यह 9वां फाइनल मुकाबला होगा. ऑस्ट्रेलिया ने साल 2013 में खेला गया विश्व कप फाइनल में वेस्टइंडीज को हराकर अपने नाम किया था. वहीं इंग्लैंड ने साल 2017 में खेला गया पिछला विश्व कप अपने नाम किया.
ऑस्ट्रेलियाई ओपनिंग बल्लेबाज रैचेल हेंस के पास इस विश्व कप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी बनने का भी मौका होगा. मौजूदा समय में दक्षिण अफ्रीका की लॉरा वोलवार्ट हैं, उन्होंने 8 मुकाबलों में 433 रन बनाए हैं, वहीं हेंस ने 8 मुकाबलों में 429 रन बनाए हैं, और वह वोलवॉर्ट से मात्र 4 रन दूर हैं.