10 जून 2025 को Axion Mission 4 लॉन्च होगा. इसमें स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल के जरिए शुभांशु शुक्ला (भारत), पेगी व्हिटसन (अमेरिका), स्लावोस उज्नांस्की (पोलैंड) और टिबोर कापू (हंगरी) स्पेस स्टेशन जाएंगे. (सभी फोटोः NASA/SpaceX/Axiom)
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इस मिशन का टारगेट अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से जुड़ना है. SpaceX का फाल्कन रॉकेट की लॉन्च साइट फ्लोरिडा का पैड 39A है. क्रू और स्पेसएक्स टीम ने लॉन्च डे की पूरी प्रैक्टिस की हुई है.
स्पेस स्टेशन पर 12 प्रयोग (7 भारतीय, 5 नासा) किए जाएंगे. जिसमें पौधों के बीज और मानव शरीर पर सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण का असर. इसके अलावा मानव अनुसंधान से जुडे़ नासा के साथ 5 प्रयोग होंगे, जो मानव स्वास्थ्य से जुड़े हैं.
प्रौद्योगिकी विकास से जुड़े नई तकनीकों का परीक्षण और विकास. शिक्षा और प्रेरणा के लिए छात्रों और युवाओं को प्रेरित करना. इस मामले में इसरो और नासा का आपसी सहयोग है.
इस मिशन को पूरा करने से शुभांशु की ट्रेनिंग गगनयान मिशन के लिए मददगार होगी. निजी अंतरिक्ष मिशनों को बढ़ावा मिलेगा. अंतरिक्ष से जुड़ी रक्षा तकनीकों का विकास होगा.
अंतरिक्ष उद्योग में निवेश और रोजगार सृजन होगा. भारत की अंतरिक्ष में बढ़ती भूमिका महत्वपूर्ण हो जाएगी. सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण में नई जानकारियां सामने आएंगी. पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन का अध्ययन होगा.