किसी भी तरह की दुर्घटना के लिए सबसे पहले चन्द्रमा को देखना होगा. इसके बाद राहु केतु की स्थिति को समझना होगा. अगर इसमें सूर्य या मंगल की भूमिका हो तो व्यक्ति चोट का शिकार हो जाता है. शनि मंगल से ये दुर्घटना काफी ज्यादा हो जाती है. चोट के समय जिस राशि का प्रभाव ज्यादा होता है, शरीर के उसी हिस्से में चोट ज्यादा आ जाती है.
अगर दुर्घटना की स्थितियां बनी हुयी हैं तो क्या उपाय करें?
- घर से निकलते समय भगवान को नमस्कार जरूर करें
- हो सके तो हनुमान चालीसा भी पढ़ लें
- कुछ मीठा खाकर ही घर से निकलें
- काले वस्त्रों से परहेज करें
अगर बार-बार चोट लग रही हो तो क्या उपाय करें?
- नित्य प्रातः सूर्य को जल अर्पित करें
- माथे पर या कंठ पर रोली का तिलक लगाएं
- एक लोहे का छल्ला धारण करें
- शनिवार की शाम को पीपल के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं
- जूते चप्पल झाड़ कर ही पहनें
अगर छोटा बच्चा हो और उसे बार बार चोट लगती हो
- बच्चे को रोज स्नान करवाएं
- स्नान के जल में जरा सा गुलाब जल मिलाएं
- बच्चे के गले में हनुमान जी को स्पर्श करके एक लाल धागा पहनाएं
- बच्चे के लिए माता या पिता सोमवार को सफ़ेद वस्तु का दान करें
- बच्चे को सलाह लेकर एक ओपल या मोती धारण करवाएं.
अगर घर की महिलाओं का स्वास्थ्य खराब रहता हो
- घर में एक तुलसी का पौधा जरूर लगाएं
- उसके नीचे नियमित रूप से दीपक जलाएं
- अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करें.