प्रेम-विवाह, सौतन दुख, दुश्मन से छुटकारा, वशीकरण, विवाह में रुकावट, पति-पत्नी में अनबन, प्रेम संबंधी, मनचाहा प्यार प्रेमविवाह, रूठे प्रेमी को मनाना, शादी के लिए माता पिता को मनाना, प्रेमी वशीकरण, प्रेमिका वशीकरण, पति-पत्नीवशीकरण, सौतन दुश्मन से मुक्ति के उपाय आपके जीवन की हर समस्याओं का पक्का समाधान करने के दावा करने वाले अघोरी बाबा न केवल दावा करते हैं बल्कि 101% पक्का समाधान का हवाला भी देते हैं.
आपको जानकर हैरान होगी कि ये फर्जी बाबा भी वक्त के साथ हाइटेक हो चले हैं. मैगजीन और इश्तहार से अलग इन बाबाओं ने सोशल मीडिया को अपना नया अड्डा बना लिया है. यकीन नहीं आता तो गूगल पर सर्च कर देखिए कि तांत्रिकों का जाल बट्टा किस कदर फैला हुआ है.
दिल्ली और एनसीआर में ऑपरेट होने वाली कुछ वेबसाइट्स ये हैं जो इंसान के हर एक मुश्किलों को चुटकियों में हल करने का दावा किया.
केवल गूगल और वेबसाइट ही नहीं बल्कि फेसबुक पर कई ग्रुप्स भी बनाए गए हैं जिनमें वशीकरण, अघोरी समेत कई समस्याओं से निजा़त दिलाने का दावा कई बाबाओं ने किया है. बुराड़ी मामले में 11 लोगों की मौत के बाद कई तांत्रिक और वशीकरण करने वाले बाबाओं ने अपना जाल-बट्टा समेट तो लिया लेकिन सोशल मीडिया पर ये बेखटके लोगों की जिंदगी से अभी भी खेल रहे हैं.
बुराड़ी में ऐसे हकीकत में बदल गया मौत का रिहर्सल
वशीकरण, संतान न होना आम जीवन की वो सारी समस्याओं को न केवल भुनाते हैं बल्कि मोटी रकम वसूल करते हैं. जब सख्ती होती है तो ये इश्तहार से आजकल सोशल मीडिया पर शिफ्ट हो जाते हैं.
बुराड़ी में 11 लोगों की मौत के बाद जिस तरह से अघोरी साधना, तंत्र मंत्र और आम जीवन की समस्याओं को हथियार बनाकर खेल खलने वाले इन बाबाओं ने बाज़ार से अपनी दुकान तो समेट ली पर सोशल मीडिया पर धड़ल्ले से इनका खेल अभी भी जारी है. सोशल मीडिया पर आने से इनके पकड़े जाने के खतरा बेहद कम होता है. सोशल मीडिया और फेसबुक पर इनको ट्रैक कर पाना आसान नहीं है. अधिकतर क्लाइंट से ये व्हाट्सअप कॉल करते हैं, नार्मल काल तो बिल्कुल भी नहीं छूते हैं. इनका धंधा केवल दिल्ली-एनसीआर के आर्थिक रूप से कमज़ोर इलाको में ही नहीं बल्कि पॉश इलाकों में भी चलता है. बाबा की खोज की इस कड़ी में हमने खोज निकाला एक ऐसे बाबा को जो कुछ पेपर्स में इश्तहार देने के बाद इन्हें कुछ लोग मिल जाते हैं फिर उन्हें चूना लगाने के बाद फिर ये अपने काम मेx लग जाता हैं.
एक बाबा की हमारी खोज राजौरी गार्डन में गुप्ता कॉम्प्लेक्स में सेकंड फ्लोर पर जाकर खत्म हुई जहां पर हमने आयुष नाम के शख्स को पकड़ा जो दुआओं को ताबीज़ में बंद कर लोगों की हर मुश्किल आसान बनाने का दावा करता है लेकिन कैमरे पर उसने कहा कि वो वशीकरण बिल्कुल नहीं करता.
वशीकरण के आरोप पर आयुष ने कहा कि वो दुआ ताबीज़ के अलावा कोई काम नहीं करता. वो सिर्फ लोगो को यंत्र देता है कारोबार में बरकत के लिए या फिर बिगड़े काम को बनाने के लिए. आयुष का दावा है कि दिल से दुआ करोगे तो सब ठीक हो जाएगा. सबसे खास बात यंत्र देने वाले इस शख्स ने कहा कि बुराड़ी की घटना को अंजाम देने के लिए ऐसा कोई तांत्रिक नहीं बना जो इस तरह से कर सके.