'भाग्यचक्र' में शैलेंद्र पांडेय ने राहु की महादशा के प्रभावों पर विस्तार से चर्चा की. उन्होंने बताया कि राहु की दशा अगर अशुभ स्थिति में चले तो भय की और वहम की समस्या हो जाती है. इसमें राहु के शुभ-अशुभ दोनों परिणामों को समझाया गया, जिसमें आकस्मिक धन लाभ से लेकर मानसिक और आर्थिक परेशानियों तक का जिक्र था.