
Aquarius/kumbh rashi, New year 2022 Rashifal- कुंभ राशि के लिए साल की शुरुआत बेहद शानदार होगी लेकिन फरवरी में इसके जातक थोड़ा दबाव महसूस कर सकते हैं. डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि मार्च और अप्रैल एक नई शुरुआत लेकर आएंगे. इस वर्ष अधिक काम करने के लिए प्रेरित होने के साथ ही अपने सपनों को पूरा करने के पूर्ण अवसर मिलेंगे. कुंभ राशि के जातकों के लिए यह साल आर्थिक रूप से औसत रहने की संभावना है. आपको सलाह दी जाती है कि इस वर्ष आप कोई भी बड़ा निवेश न करें. 2022 में आपको रियल एस्टेट और वित्तीय बाजार में निवेश करने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे आपको काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है.
चार ग्रहों की युति रहेगी शुभ
ज्योतिषी आचार्य डॉ. विनोद ने बताया कि 6 जनवरी को मंगल धनु राशि में गोचर करेंगे जो आपको आर्थिक लाभ देने का कार्य करेंगा. करियर में भी अपार सफलता मिलेगी. नौकरीपेशा पदोन्नति प्राप्त करेंगे. व्यापारी भी मंगल की शुभ स्थिति से अच्छा मुनाफा कमा सकेंगे. मार्च की शुरुआत में चार मुख्य ग्रह शनि, मंगल, बुध और शुक्र एक साथ मकर राशि में युति करेंगे. इससे आप अपने प्रयास से सफलता अर्जित करेंगे तथा धन लाभ कमा सकेंगे. अप्रैल में राहु का मेष राशि में गोचर परेशानी उत्पन्न कर सकता है. इस दौरान संभव है कि आप कुछ महत्वपूर्ण निर्णय बिना सोचे-समझे जल्दबाज़ी में ले सकते हैं. साल 2022 में नौकरीपेशा और व्यापारी दोनों ही जातकों को सफलता देने में मददगार सिद्ध होगा. अप्रैल माह में शनि आलस्य में वृद्धि लेकर आ सकते हैं. सितंबर से नवंबर तक ग्रहों का फेरबदल होने से आपका अपने बॉस से सामना होगा लेकिन फिर स्थिति संभल जाएगी.

मानसिक तनाव से हो सकते हैं परेशान
कुंभ राशि के जातक साल 2022 में मानसिक तनाव से परेशान हो सकते हैं. इसके अलावा इस साल आपको छोटी-छोटी स्वास्थ्य समस्या परेशान कर सकती है. खास कर पाचन तंत्र से जुड़े रोग और कोई पुरानी बीमारी भी उभर सकती है. ऐसे में अच्छा खान-पान, व्यायाम और योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करना इस साल आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहतर साबित हो सकता है. राहु का गोचर आपके भाई-बहन को भी स्वास्थ्य संबंधी परेशानी देगा.
करें ये उपाय
कुंभ राशि के जातकों को शनिवार को नीला या काला वस्त्र धारण करना चाहिए. साथ ही हरा, सफेद, रंग आपके अनुकूल है. कुंभ राशि में भी शुक्र परम कारक ग्रह होता है. इसलिए शुक्रवार का व्रत रखना एवं मां लक्ष्मी की आराधना करना अति लाभकारी रहेगा. शनि देवता की पूजा करें एवं शनिवार को पीपल वृक्ष के नीचे सरसो तेल का दीपक जलाएं. गरीब, जरूरतमंद लोगों और साधु-संतों को भोजन कराएं. भगवान गणेश की पूजा करें और उन्हें दूर्वा अर्पित करें. नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें. रविवार को भगवान भैरव के मंदिर जाकर उनकी पूजा करें तथा भोजन में उड़द की दाल, चना दाल और काली मिर्च का उपयोग करें.