scorecardresearch
 

आज है द्वादशी श्राद्ध, संन्यासियों के लिए खास है ये तिथि, जानिए समय और शुभ मुहूर्त

11 अक्टूबर यानी आज मंगलवार को श्राद्ध पक्ष की द्वादशी तिथि है. आज के दिन शुक्ल और कृष्ण, दोनों पक्षों की द्वदशी तिथि का श्राद्ध किया जा सकता है. आज के दिन सन्यासियों का श्राद्ध किए जाने का खास महत्व है.

Advertisement
X
सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

भाद्रपद शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा यानी 29 सितंबर से पितृ पक्ष की शुरुआत हुई थी, जो अब समाप्ती की ओर है. आज यानी 11 अक्टूबर मंगलवार को श्राद्ध पक्ष की द्वादशी तिथि है. द्वादशी श्राद्ध उन लोगों के लिए किया जाता है, जिनके परिजनों की मृत्यु इसी तिथि पर हुई है. आज के दिन शुक्ल और कृष्ण, दोनों पक्षों की द्वदशी तिथि का श्राद्ध किया जा सकता है. वहीं जो लोग मृत्यु से पहले सन्यास ले चुके थे, उन सभी का भी द्वादशी तिथि पर श्राद्ध किया जाता है. जानिए सही समय, शुभ मुहूर्त. 
 
द्वादशी तिथि समय 
द्वादशी तिथि 10 अक्टूबर, 2023 की दोपहर 03:08 बजे से शुरू होकर 11 अक्टूबर, 2023 की शाम 05:37 बजे तक समाप्त हो जाएगी. उदयातिथि के अनुसार 11 अक्तूबर को द्वादशी तिथि मान्य होगी. 

द्वादशी श्राद्ध 2023 शुभ मुहूर्त
बुधवार 11 अक्टूबर को द्वादशी श्राद्ध किया जाएगा. जिसका कुतुप मूहूर्त 11 अक्टूबर दोपहर 12 बजकर 2 मिनट से दोपहर 12.49 मिनट तक रहेगा. इस मुहूर्त की कुल अवधि 47 मिनट की होगी. वहीं रौहिण मुहूर्त 11 अक्टूबर दोपहर 12 बजकर 49 मिनट से दोपहर 1 बजकर 36 मिनट तक रहेगा. इसकी कुल अवधि भी 47 मिनट की रहेगी. वहीं अपराह्न काल 11 अक्टूबर दोपहर  1 बजकर 36 मिनट से दोपहर 3 बजकर 57 मिनट तक रहेगा, जिसकी कुल अवधि 2 घंटे 22 मिनट होगी.

क्या है सन्यासियों के लिए द्वादशी श्राद्ध का महत्व
द्वादशी तिथि पर उन लोगों का श्राद्ध किया जाना चाहिए, जिन्होंने मृत्यु से पहले सन्यास धारण किया हो. इस दिन पितृों के अलावा साधु-संतों का भी श्राद्ध किया जाता है. यह श्राद्ध मूल रूप से उन पितगणों का किया जाता है, जिन्होंने अपने जीवन में हमेशा सन्यास का रास्ता चुना हो या सन्यास आश्रम की ओर अग्रसर हुए हों.

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement