Maha Shivratri 2022: महाशिवरात्रि इस बार 1 मार्च दिन मंगलवार को मनाई जाएगी. इस दिन मकर राशि में एक साथ पांच ग्रहों का शुभ योग बन रहा है. ज्योतिषाचार्य के अनुसार आमतौर पर पंचग्रही योग शुभ फल देने वाले ही होते हैं, लेकिन ये नकारात्मक प्रभाव भी प्रदान करते हैं. हालांकि मकर राशि में मंगल, शनि, बुध, शुक्र और चंद्रमा की उपस्थिति से बन रहा पंचग्रही योग सभी के लिए सुख-समृद्धि, मान-सम्मान, पद-प्रतिष्ठा बढ़ने वाला सिद्ध होगा. मान्यता के अनुसार इस दिन की गई महादेव की उपासना से जातकों की हर मनोकामना पूरी होगी.
120 साल बाद बन रहा पांच ग्रहों का महासंयोग
वैदिक ज्योतिष के अनुसार जब पांच ग्रह एक ही राशि में होते हैं तो इसे पंचग्रही योग कहा जाता है. इस बार मकर राशि में मंगल, शनि, बुध, शुक्र और चंद्रमा की उपस्थिति में बनने वाला यह योग बेहद शुभ माना जा रहा है. ज्योतिषाचार्य के अनुसार ये योग 120 साल बाद बन रहा है, जो शिव भक्तों के लिए अत्यंत फलदायी होगा.
इन चार शुभ योगों में होगी शिवजी की पूजा
1- सर्वार्थ सिद्धि योग: महाशिवरात्रि पर सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है. ज्योतिषशास्त्र में ये योग विशेष फलदायी और मनवांछित इच्छाओं की पूर्ति करने वाला माना जाता है. मान्यता है कि इस योग में किसी भी नए कार्य को शुरू करने से पूर्व जातकों को शुक्र अस्त, पंचक या भद्रा आदि को देखने की जरुरत नहीं पड़ती है.
2- केदार योग: पांच ग्रहों के एक साथ एक राशि में होने से केदार योग का भी निर्माण हो रहा है, जिसे शिव पूजा के लिए बहुत ही उत्तम माना जाता है. केदार योग में की गई पूजा जातकों के जीवन में भौतिक सुख-सुविधा का बढ़ाती है.
3- परिघ योग: महाशिवरात्रि के दिन दोपहर 11 बजकर 18 मिनट तक परिघ योग रहने वाला है. मान्यताओं के अनुसार इस योग में पूजा करने से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है. इस योग में महादेव की पूजा करके जातक अपने रुके हुए कार्यों को सफलतापूर्वक पूरा कर सकते हैं.
4- शिव योग: कन्या और वृषभ राशि में शिव योग बन रहा है जो 1 मार्च, 2022 को 11 बजकर 18 मिनट से शुरू होकर 02 मार्च, 2022 को सुबह 08 बजकर 21 मिनट तक रहेगा. शिव योग किसी भी प्रकार के मांगलिक कार्य करने के लिए सबसे उत्तम माना जाता है.