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Disha shool Niyam: किस दिन कौन सी दिशा में यात्रा होता है अशुभ? जानकर ही बनाएं कहीं भी जाने का प्लान

Disha Shool Niyam: वास्तु और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हर दिन एक दिशा शुभ और दूसरी अशुभ मानी जाती है. गलत दिशा में यात्रा करने से काम बिगड़ सकते हैं व तनाव बढ़ सकता है. दिशा शूल यही संकेत देता है कि किस दिन कौन सी दिशा में सफर शुभ-अशुभ होता है.

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इस दिशा में यात्रा करना होता है अशुभ (Photo: Pixabay)
इस दिशा में यात्रा करना होता है अशुभ (Photo: Pixabay)

Disha shool Niyam: वास्तु शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र में दिशाएं बहुत ही महत्वपूर्ण कहलाती हैं. माना जाता है कि अगर सही दिशा में घर बनाया जाए या यात्रा की जाए तो बिगड़े काम आसानी से बनने लगते हैं. लेकिन गलत दिशा नुकसान के अलावा कुछ नहीं देती है. ज्योतिष शास्त्र में दिशा शूल एक ऐसा तरीका है जिसमें सही और गलत दिशा दोनों के बारे में निर्देश दिए गए हैं. तो चलिए जानते हैं कि दिशा शूल क्या मतलब है और इसका दिशा से क्या संबंध है?

क्या है दिशा शूल?

शास्त्रों के अनुसार दिशा शूल बहुत ही अशुभ योग के रूप में देखा जाता है. मान्यता है कि यह योग जिस दिशा में बनता है, उस तरफ यात्रा करने से बचना चाहिए. ऐसी दिशा में यात्रा करने से काम बिगड़ते हैं और पूरा दिन भी खराब हो जाता है. इसी कारण कहा जाता है कि घर से बाहर किसी जरूरी काम या लंबी यात्रा पर निकलने से पहले यह जरूर देख लेना चाहिए कि आज किस दिशा में शूल है. यदि पता चल जाए कि जिस ओर आप जा रहे हैं, उसी तरफ दिशा में शूल बन रहा है तो बेहतर होगा कि यात्रा टाल दी जाए. 

हफ्ते में किस दिन कौन सी दिशा में लगता है शूल?

मान्यता के अनुसार, हफ्ते के हर दिन एक विशेष दिशा में दिशा शूल लगता है. जिस दिशा में शूल हो, उस ओर यात्रा करना ठीक नहीं माना जाता, क्योंकि इससे कामों में अड़चनें, देरी और अनचाहे तनाव हो सकते हैं. 

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1. सोमवार और शनिवार को माना जाता है कि पूर्व दिशा अशुभ रहती है. ऐसे दिनों में पूर्व दिशा की ओर सफर टालना बेहतर है. अगर बहुत जरूरी काम हो तो उपाय किया जा सकता है.

2. मंगलवार और बुधवार को उत्तर दिशा में दिशा शूल होता है, इसलिए इन दोनों दिन उत्तर दिशा की यात्रा से बचना चाहिए.

- मंगलवार को उत्तर-पश्चिम कोण भी प्रभावित माना जाता है, इसलिए जरूरी यात्रा हो तो गुड़ खाकर निकलें.
- बुधवार को दिशा शूल को हल्का करने के लिए तिल और धनिया खाकर यात्रा शुरू करें. इसके अलावा माना जाता है कि बुधवार और शनिवार को ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए. 

3. गुरुवार को दक्षिण दिशा में दिशा शूल लगता है. इसलिए, गुरुवार के दिन दक्षिण दिशा की ओर यात्रा शुभ नहीं मानी जाती है. अगर जाना जरूरी हो तो दही खाकर घर से निकलना लाभदायक समझा जाता है.

4. शुक्रवार और रविवार को पश्चिम दिशा में शूल होता है. यदि यात्रा टाली नहीं जा सकती तो शुक्रवार को जौ खाकर और रविवार को दलिया खाकर बाहर निकलना शुभ उपाय माना गया है.

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