Dhanteras 2022: धनतेरस का पर्व हर साल कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है. इस बार यह पर्व 22-23 अक्टूबर दोनों दिन मनाया जाएगा. धन तेरस को धन त्रयोदशी व धन्वंतरि जंयती के नाम से भी जाना जाता है. मान्यता है कि इस दिन आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति के जनक धन्वंतरि देव समुद्र मंथन से अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे. इसलिए धन तेरस को धन्वंतरि जयंती भी कहा जाता है. आइए जानते हैं कि धनतेरस के दिन क्या करें और क्या न करें.
धनतेरस पर क्या करें
1. घर की सफाई
धनतेरस के दिन सबसे पहले सुबह उठकर घर की सफाई करें. घर से ऐसी चीजों को हटा दीजिए जिनका प्रयोग नहीं किया जाता है. घर में से धूल वगैरह साफ कर दीजिए, पूरे घर को अच्छी तरीके स् स्वच्छ कर दीजिए. ऐसा इसलिए क्योंकि मां लक्ष्मी इससे प्रसन्न होंगी.
2. घर सजाएं
धनतेरस पर आप रंग बिरंगी लाइटों से घर को सजा सकते हैं. फूलों से घर को सजा सकते हैं. धनतेरस के समय अपने मंदिर को विशेष रूप से सजाइए. उससे मां लक्ष्मी भी प्रसन्न होगी.
3. चांदी का सामान लाएं
मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए घर में चांदी की कोई चीज घर पर लाएं. ऐसी कोई भी चीज जिसका इस्तेमाल पूजा में किया जा सके. आप चाहें चांदी का सिक्का ला सकते हैं. या पूजा में इस्तेमाल होने वाला बर्तन ला सकते हैं. ऐसा माना जाता है कि जो लोग धनतेरस के दिन चांदी खरीदकर लाते हैं, उनपर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा बनती है.
4. कमल पुष्प अर्पित करें
धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी को कमल पुष्प जरूर अर्पित करें. ऐसा इसलिए माना जाता है क्योंकि मां लक्ष्मी को पुष्प फूल बहुत प्रिय हैं. साथ ही गुलाबी रंग की मिठाई भी माता को अर्पित करें. माता लक्ष्मी की पूजा में नारियल, केला और लाल फल जरूर रखें. सूर्यास्त होने के बाद ही मां लक्ष्मी का पूजन करें.
धनतेरस पर क्या न करें
1. मांसाहार खाने का सेवन न करें
धनतेरस के दिन से ही घर में माता लक्ष्मी की स्थापना हो जाएगी. उस दिन से घर में मांसहारी खाने का सेवन नहीं करना चाहिए. इस समय घर में सिर्फ सात्विक खाने का सेवन ही करें. शुद्ध शाकाहारी भोजन ही बनाएं.
2. बुजुर्गों का करें सम्मान
इस समय बड़े बुजुर्गों का भी सम्मान करें. अपने छोटों से भी सम्मानपूर्वक बातें करें. किसी का भी अपमान न करें. उन्हें किसी भी तरीकों से परेशान न करें. उनके लिए कटु शब्दों का प्रयोग न करें.
3. छल-कपट से रहें दूर
धनतेरस पर संकल्प लीजिए कि इस समय या आगे आने वाले समय में आप कभी भी छल कपट का सहारा नहीं लेंगे. झूठ से दूर रहेंगे. सच्चाई के मार्ग पर चलेंगे. सत्य बोलेंगे. किसी के साथ धोखा नहीं करेंगे. इससे आपका मन पवित्र होगा. आपकी वाणी पवित्र होगी और आप सच्चे मन से मां लक्ष्मी का पूजन करेंगे.
4. नकारात्मक ऊर्जा
घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश न हो तो घर में तेज गाने न बजाएं. तेज बात न करें. सकारात्मक ऊर्जा के लिए घर में सुगंधित धूप जलाएं. पूजा करते समय घंटी बजाएं. गाली का प्रयोग न करें. किसी पर गुस्सा न करें. चिल्लाकर न बात करें. कलहपूर्ण बातें न करें.