अलवर सहित राजस्थान के 7 जिलों में धारा 144 लग चुकी है. 13 नवंबर को अलवर के रामगढ़ विधानसभा सहित सात विधानसभा क्षेत्र में विधानसभा उपचुनाव होंगे. रामगढ़ विधानसभा में 2 लाख 74 हजार वोटर अपने मत का प्रयोग करेंगे. इस दौरान खैरथल-तिजारा और कोटपूतली-बहरोड जिले में आचार संहिता लागू नहीं होगी. अलवर जिले की केवल 6 विधानसभाएं प्रभावित होंगी.
नए वोटर जोड़ने की प्रक्रिया शुरू
मालूम हो कि 13 नवंबर को मतदान प्रक्रिया होगी और 23 नवंबर को परिणाम आएंगे. 25 अक्टूबर तक नामांकन पत्र जमा कर सकेंगे. 28 अक्टूबर तक नाम की छंटनी होगी और 30 अक्टूबर तक नाम वापस लेने की प्रक्रिया चलेगी. अलवर के रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में 2 लाख 74 हजार 180 वोटर अपने वोट का प्रयोग करेंगे. नए वोटर जोड़ने की प्रक्रिया चल रही है. अभी तक महिला वोटर 1 लाख 29 हजार 266 है. जबकि पुरुष वोटरों की संख्या 1 लाख 44 हजार 914 है. इस क्षेत्र में 85 साल से अधिक उम्र वाले वोटरों की संख्या 2540 है. विशेष योग्यजन वोटर 366 और 85 साल से अधिक उम्र वाले 168 वोटर हैं. जबकि इस विधानसभा क्षेत्र में 80 वोटर दिव्यांग है. जिला निर्वाचन विभाग की तरफ से मतदान के लिए 284 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे.
विधानसभा चुनाव 2023 में रामगढ़ में 77.45 प्रतिशत वोटिंग
विधानसभा चुनाव 2023 में रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में 77.45 प्रतिशत वोटिंग हुई थी. जबकि लोकसभा चुनाव 2024 में यहां 62.89 पर्सेंट वोटिंग हुई थी. राजस्थान की 7 विधानसभा सीटों पर सब की निगाहें टिकी हुई है. कांग्रेस बीजेपी की तरफ से चुनाव में पूरी ताकत झोंकी जा रही है. सभी विधानसभा क्षेत्र में नेताओं के दौर शुरू हो चुके हैं. तो टिकट के लिए नेता दावेदारी भी ठोक रहे हैं. रामगढ़ विधानसभा सीट से कांग्रेस में पूर्व विधायक जुबेर खान के बेटे को चुनाव में उतरने की तैयारी चल रही है. पार्टी जुबेर खान के छोटे बेटे आर्यन को टिकट दे सकती है. तो इसके अलावा उनके बड़े बेटे आदिल व उनकी पत्नी सफिया जुबेर खान को भी टिकट मिल सकता है.
ये नेता टिकट की दौड़ में शामिल
कांग्रेस की तरफ से अभी तक किसी भी नेता ने टिकट नहीं मांगा है. जबकि भाजपा की तरफ से अलवर के पूर्व विधायक बनवारी लाल सिंघल, रामगढ़ के पूर्व विधायक ज्ञान देव आहूजा, विधानसभा चुनाव प्रत्याशी जे आहूजा भाजपा नेता सुखविंदर सिंह सहित के नेता टिकट की दौड़ में शामिल है. रामगढ़ का चुनाव अन्य विधानसभा क्षेत्र की तुलना में अलग रहता है. यहां हिंदू मुस्लिम के बीच का चुनाव रहता है. इसलिए दो बार से जुबेर खान का परिवार यहां से चुनाव जीत रहा है. जुबेर खान से पहले उनकी पत्नी साफिया जुबेर खान रामगढ़ से विधायक थी.