राजस्थान के अलवर जिले में खेड़ली पुलिस ने करीब डेढ़ साल पुराने नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में डीएनए जांच के जरिए आरोपी की पहचान कर गिरफ्तारी की है. यह मामला फरवरी 2024 में सामने आया था, जब एक युवक ने अपनी नाबालिग बहन के साथ दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज कराई थी.
पीड़िता गर्भवती हो गई थी, न्यायालय की अनुमति से उसका गर्भपात कराया गया और भ्रूण से डीएनए सैंपल लिए गए. शुरूआत में रिपोर्ट में दर्ज मोबाइल नंबर की जांच की गई, लेकिन लोकेशन मेल नहीं खाने पर पुलिस ने गहन जांच शुरू की. इस दौरान दो संदिग्धों को चिह्नित किया गया.
डीएनए जांच से हुई बलात्कारी की पहचान
दोनों के डीएनए सैंपल फॉरेंसिक लैब भेजे गए. रिपोर्ट में 42 वर्षीय कुंज बिहारी जाट, निवासी रेला थाना कठूमर का डीएनए भ्रूण से मेल खा गया. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर पॉक्सो कोर्ट अलवर में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया.
पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
इस घटना पर थानाधिकारी धीरेन्द्र सिंह ने बताया कि आरोपी कुंज बिहारी ने पीड़िता को धमकाकर अपना नाम छिपाने का दबाव बनाया था. लेकिन पुलिस की वैज्ञानिक जांच से सच सामने आ गया. डीएनए रिपोर्ट के जरिये दुष्कर्म के आरोपी की यह पहली बार पुष्टि हुई है, जिससे इस तरीके की कार्यप्रणाली अब चर्चा में है.