दिल्ली-जयपुर नेशनल हाइवे पर बीती रात केमिकल से भरा टैंकर अनियंत्रित होकर पलट गया. इस मामले की सूचना मिलने पर क्रेन मौके पर पहुंची. क्रेन जब टैंकर को सीधा कर रही थी, तभी टैंकर में आग लग गई. देखते ही देखते तेज धमाके होने लगे और टैंकर से आग के गुबार निकलने लगे. टैंकर चालक और क्रेन चालक ने कूदकर अपनी जान बचाई. इस दौरान आसपास की गाड़ियां आग की चपेट में आ गईं. कई किलोमीटर दूर तक आग की लपटें दिखीं.
जानकारी के अनुसार, यह घटना दिल्ली-जयपुर नेशनल हाइवे 48 पर कोटपूतली के पनियाला थाना एरिया की है. यहां आग की लपटें कई किलोमीटर दूर से लोगों को नजर आ रही थीं. आग की लपटों को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने आसपास के क्षेत्र के गांव को खाली कराया. रात के अंधेरे में घरों में सो रहे लोगों को जगाकर घर से निकाला और सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया. घटनास्थल पर भगदड़ का माहौल हो गया. लोग जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे.
पुलिस-जिला प्रशासन की टीम ने दिल्ली-जयपुर हाइवे पर घटनास्थल से एक किलोमीटर दूर दोनों तरफ यातायात रोक दिया. ऐसे में दिल्ली जयपुर हाइवे पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया. ट्रैफिक पुलिस ने अलग-अलग क्षेत्र से ट्रैफिक को डायवर्ट भी किया.
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इस दौरान आसपास के क्षेत्र से फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मंगवाई गईं. साथ ही नजदीकी गांव को खाली करा लिया गया. दुकान के साथ मार्केट भी पूरी तरह से खाली करा दी गई. तीन से चार घंटे की मशक्कत के बाद टैंकर की आग पर काबू पाया जा सका. हादसे के चलते आज सुबह करीब 8 बजे तक दिल्ली-जयपुर हाइवे पर जाम के हालात रहे और करीब 10 बजे के बाद यातायात सामान्य हुआ. लोग जाम में फंसकर परेशान होते रहे. बच्चे रोते रहे. अलवर भिवाड़ी सहित अन्य मार्गों से वाहनों को निकाला गया.
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बता दें कि राजस्थान में भांकरोटा के बाद कोटपूतली क्षेत्र में यह दूसरी टैंकर ब्लास्ट की घटना हुई है. भांकरोटा में गैस का टैंकर ब्लास्ट हुआ था और आसपास क्षेत्र में तबाही मच गई थी. उस घटना के बाद भी ऐसे हादसे हो रहे हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि यह घटना भांकरोटा से भी बड़ी हो सकती थी, क्योंकि टैंकर में खतरनाक केमिकल था. प्रशासन की सूझबूझ के कारण बड़ा हादसा होने से टल गया.