राजस्थान के अजमेर जिले से 35 हजार रुपए के इनामी कुख्यात हार्डकोर अपराधी धन सिंह उर्फ धनसा उर्फ धनुप्रताप को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने उसके पास से दो देसी पिस्टल, 2 बारह बोर की बंदूकें, 6 जिंदा कारतूस व 3 हैण्ड ग्रेनेड बरामद किए हैं. धरपकड़ के दौरान आरोपी ने पुलिस जवानों को अपनी मोटर साइकिल से टक्कर मार कर भागने का प्रयास भी किया. लेकिन उन्हें चोटग्रस्त करने के बाद वह गिर पड़ा और खुद भी चोटग्रस्त हो गया.
जिला पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा के अनुसार ग्राम पीपरोली निवासी धन सिंह उर्फ धनसा उर्फ धनप्रताप सिंह पर फायरिंग, हत्या के प्रयास, हथियार रखने व तस्करी करने, लूट, डकैती, मारपीट, फिरौती वसूली के लिए धमकी देने, जाली नोट चलाने जैसे करीब 50 से अधिक गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं.
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मौजूदा समय में वह पुलिस थाना सराना तथा भिनाय के 3-3 एवं दूदू (जयपुर ग्रामीण) के एक मुकदमे में करीब डेढ़ वर्ष से फरार चल रहा था. धन सिंह को राज्य के टॉप 25 वांछित अपराधियों में शामिल कर उसकी गिरफ्तारी पर अजमेर पुलिस अधीक्षक ने 25 हजार रुपये और जयपुर ग्रामीण पुलिस ने 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था.
आरोपी सराना पुलिस थाने में घोषित हिस्ट्रीशीटर हार्डकोर अपराधी है. पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए लगातार अपने ठिकाने बदलता रहता था. आरोपी भिनाय क्षेत्र में एक जमीनी विवाद में फायरिंग करके एक युवक को घायल करने के प्रकरण में भी फरार था.
एसपी राणा ने बताया कि धन सिंह अपने साथियों ग्राम लोरड़ी, बिजयनगर निवासी धीरेन्द्र प्रताप उर्फ बिट्टू पुत्र प्रणपाल सिंह, ग्राम जामोला, मसूदा निवासी राहुल उर्फ भवानी सिंह, दूदू, जयपुर निवासी जितेन्द्र सिंह व सुमेर सिंह, ग्राम पीपरोली, सराना निवासी विजेन्द्र सिंह तथा सूर्य प्रताप सिंह, ग्राम सुनारिया, सराना निवासी भवानी सिंह, ग्राम टांटोटी निवासी नवल सिंह पुत्र हनुमान सिंह के साथ मिल कर वारदातें अंजाम देता था.