यह कहानी है एक गरीब परिवार की जो शामली, उत्तर प्रदेश से है. फारूख नाम का एक शख्स था जो रोटी बनाने का काम करता था और उसकी पत्नी ताहिरा ने कैरियर बनाने की इच्छा जताई थी. इससे उनके बीच विवाद हुआ और ताहिरा मायके चली गई. फारूख को पत्नी का बिना पर्दा के जाना और परिवार की बेइज्जती सहन नहीं हुई. गुस्से में उसने ताहिरा और उनकी दो बेटियों को गोली मार कर घर के अंदर एक गहरे गड्ढे में दफना दिया. उसकी बड़ी बेटी के साक्षी होने के कारण उसे भी मार डाला तथा सबसे छोटी बेटी को भी गोली लगी. यह घटना पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई है और पुलिस मामले की जांच कर रही है. यह एक दर्दनाक घटना है जो घरेलू हिंसा और पारिवारिक विवादों की गंभीरता को दर्शाती है.