अतीक की दहशत जबरदस्त थी, उसने हत्याएं की, लोगों की जमीनें हड़पीं, उगाही की और दुश्मन भी खूब बनाए. अतीक नफरत का दूसरा नाम बन गया और नफरत की उसी आग में अतीक का अंत भी हुआ. पुलिस हिरासत में प्रयागराज में तीन हमलावरों ने उसकी हत्या कर दी. अब उन कातिलों का चित्रकूट कनेक्शन सामने आया है.