कई साल लग गए. अमेरिका और अमेरिका खुफिया एजेंसी सीआईए बगदादी का पता-ठिकाना ढूंढने में लगी थी. लंबी कोशिश के बाद आखिरकार बगदादी की गुफा का सुराग मिला. इसके बाद अमेरिकी स्पेशल कमांडोज वहां तक पहुंच भी गए. बमबारी कर गुफा को अंदर-बाहर से तहस-नहस भी कर दिया. अब आखिरी और सबसे अहम काम बचा था- गुफा के अंदर जाकर पता लगाना कि बगदादी ज़िंदा है या मर चुका है. अंदर जाना खतरे से खाली नहीं था, लेकिन किसी को तो जाना था. और तब फैसला होता है कि अंदर किसे भेजना है.